दिल्ली में आम आदमी पार्टी की करारी हार हुई है। इस हार का असर पंजाब में भी दिखाई दे रहा है। पंजाब में दो तरह की बातें चल रही है। पहले यह कि भगवंत मान सरकार दिल्ली के दबाव में नहीं काम करेगी। वहीं दूसरी बात चल रही है कि अब AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल पंजाब सरकार में पूरी तरह दखल देंगे। इस बीच भगवंत मान सरकार ने बड़े फैसले लिए हैं।

कुलदीप सिंह धालीवाल का मान ने छीना विभाग

सबसे बड़ी बात पंजाब की भगवंत मान सरकार ने शुक्रवार शाम को कुलदीप सिंह धालीवाल से प्रशासनिक सुधार विभाग वापस ले लिया। अब कुलदीप धालीवाल केवल एनआरआई मामलों को संभालेंगे। भगवंत मान की सलाह पर राज्यपाल कार्यालय ने गजट नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया।

पंजाब सरकार ने 21 IPS अधिकारियों का किया तबादला

शुक्रवार को ही भगवंत मान सरकार ने दूसरा बड़ा फैसला लिया। पंजाब के गृह विभाग ने 21 आईपीएस अधिकारियों का शुक्रवार को तबादला कर दिया। इसमें कई एसएसपी, सीपी और डीआईजी भी शामिल हैं। फिरोजपुर और होशियारपुर के भी एसएसपी का तबादला कर दिया गया। वहीं लुधियाना रेंज के डीआईजी, AIG इंटेलिजेंस और AIG क्राइम का भी तबादला कर दिया गया।

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वकीलों का मांगा इस्तीफा

इस बीच पंजाब सरकार ने वकीलों से सामूहिक इस्तीफे की मांग की है। अटॉर्नी जनरल ऑफिस में तैनात वकीलों से इस्तीफे की मांग की गई है। इससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। पंजाब सरकार के उच्च अधिकारियों ने इस्तीफा मांगा है।

आप को लगा झटका

दिल्ली में आम आदमी पार्टी की करारी हार हुई है। अब पार्टी के पास केवल पंजाब बचा है। आम आदमी पार्टी दिल्ली में अपने गठन के बाद से ही सरकार चला रही थी। वहीं 2022 में पंजाब की सत्ता में आई। हालांकि लोकसभा चुनाव में पंजाब में आम आदमी पार्टी को करारा झटका लगा। कांग्रेस ने उससे अधिक सीधी जीती। 2027 में पंजाब में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

इससे पहले पंजाब में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता अमन अरोड़ा ने हिंदू मुख्यमंत्री वाला बयान दिया था। इसके बाद 13 फरवरी को कैबिनेट बैठक हुई, जिसमें भगवंत मान ने खुलेआम कह दिया कि कोई भी मुख्यमंत्री बन सकता है। वह पद छोड़ने के लिए तैयार हैं।