चुनावी ड्यूटी के दौरान पत्नी के गर्भपात के चलते हिंसा को अंजाम देने वाले पति समेत दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। घटना महाराष्ट्र के पुणे की है। महिला कर्मचारी के पति पर आरोप है कि उसने स्कूल के प्रिंसिपल की पिटाई कर दी। आरोपी की पत्नी उन कर्मचारियों में शामिल थी जिन्हें चुनावी ड्यूटी पर तैनात किया गया था। महिला की पहचान सीमा भीलो राठौड़ के रूप में हुई है। वहीं हिंसा के शिकार प्रिंसिपल की पहचान एकनाथ सोपर्णो अंबावले के रूप में हुई। आरोपियों की पहचान रिशा मलेश चव्हाण और अनिल जाधव के रूप में हुई।
दफ्तर में घुसकर मारपीट का आरोपः चव्हाण और जाधव ने कथित तौर पर प्रिंसिपल के दफ्तर में घुसकर उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। घटना पुणे के सहयोगनगर स्थित स्वामी विवेकानंद विद्या मंदिर स्कूल की है। हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में चिखाली पुलिस थाने के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर बालाजी सोंटाक्के ने कहा कि प्रिंसिपल ने आरोपी की पत्नी को बुलाकर उससे लंबित मतदाता पर्चियों के संबंध में पूछताछ की थी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक कुछ इलाकों में मतदाता पर्चियों का वितरण बाकी था। बूथ लेवल ऑफिसर होने के नाते यह काम आरोपी की पत्नी का था। इसी के संबंध में प्रिंसिपल ने महिला कर्मचारी को बुलाया था। लेकिन कथित तौर चुनावी ड्यूटी के दौरान ही उसका गर्भपात हो गया।
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चुनावी ड्यूटी पर तैनात शिक्षिका ने किया सुसाइडः वहीं एक दूसरी घटना दक्षिण दीनाजपुर जिले में हुई। वहां एक प्राथमिक स्कूल की शिक्षिका ने कथित तौर पर खुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है कि शिक्षिका उस कॉलेज से आ रही थी जहां प्रचार केंद्र बनाया गया था। आरोपी महिला अकेली रहती थी और उसे कथित तौर पर चुनावी ड्यूटी के लिए रिजर्व रखा गया था। उसके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।