राजनीति में ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है कि विपक्षी दल के किसी उम्मीदवार ने सत्तारूढ़ पार्टी के मुख्यमंत्री के कामकाज की तारीफ की हो और वह भी चुनाव के दौरान। बिहार में ऐसा देखने को मिला है। प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार प्रोफेसर केसी सिन्हा ने एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा की।
प्रोफेसर केसी सिन्हा से जब यह पूछा गया कि बिहार में अब तक किसकी सरकार बेहतर रही और किसकी खराब रही तो उन्होंने कहा, “अपने अनुसार तो सब कोशिश करते हैं कि बेहतर करें लेकिन यह मेरी व्यक्तिगत राय है कि मुझे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अच्छे लगते हैं और ऐसा इसलिए कि अगर उनके विजन को जमीन पर उतार लिया जाए तो बिहार बहुत तरक्की करेगा।”
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प्रोफेसर केसी सिन्हा ने कहा कि अभी भी बहुत काम करना बाकी है और उसको पूरा करने पर भी ध्यान देना चाहिए। प्रोफेसर सिन्हा कहते हैं कि बिहार के युवाओं में बेचैनी है क्योंकि उन्हें रोजगार नहीं मिल रहा है, उन्हें योग्यता के अनुसार रोजगार मिलना चाहिए और इसके लिए प्लानिंग बनाकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था में सुधार किया जाना भी बेहद जरूरी है।
जन सुराज पार्टी ने प्रोफेसर सिन्हा को पटना की कुम्हरार विधानसभा सीट से टिकट दिया है। दिलचस्प बात यह भी है कि प्रशांत किशोर बिहार की बदहाली के लिए लालू प्रसाद यादव के साथ ही नीतीश कुमार को भी जिम्मेदार ठहराते हैं।
कौन हैं प्रोफेसर केसी सिन्हा?
प्रोफेसर केसी सिन्हा शिक्षा जगत में बहुत बड़ा नाम हैं। उन्हें गणित की दुनिया के महागुरु के नाम से जाना जाता है। JEE की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स प्रोफेसर सिन्हा के द्वारा लिखी गई किताबों से पढ़ाई करते हैं।
प्रोफेसर सिन्हा ने पटना साइंस कॉलेज से इंटरमीडिएट और पटना यूनिवर्सिटी से बीएससी और एमएससी किया है। उन्होंने अब तक गणित पर 70 से ज्यादा किताबें लिखी हैं और इन्हें न सिर्फ बिहार बल्कि देश भर के कई राज्यों और स्कूल और कॉलेज में पढ़ाया जाता है।
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प्रोफेसर सिन्हा पटना साइंस कॉलेज के प्राचार्य रह चुके हैं। इसके अलावा वह पटना यूनिवर्सिटी में साइंस फैकल्टी के डीन, एचओडी और नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के अलावा कई यूनिवर्सिटी में कुलपति या कार्यवाहक कुलपति भी रह चुके हैं। उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की भी काफी मदद की है और उनके लिए नि:शुल्क कोचिंग क्लास की व्यवस्था की थी। उन्हें मौलाना अबुल कलाम आजाद शिक्षा पुरस्कार सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
प्रोफेसर सिन्हा को जिस कुम्हरार सीट से उम्मीदवार बनाया गया है, उसे बीजेपी का गढ़ माना जाता है। ऐसे में प्रोफेसर सिन्हा के सामने इस सीट पर जीत दर्ज करने की चुनौती भी है।
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