बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर राज्य के दौरे पर पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री सोमवार को पूर्णिया जिले में 36000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की घोषणा और उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा वह पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे और राष्ट्रीय मखाना बोर्ड का शुभारंभ भी करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्रा राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि पूर्णिया सीमांचल के इलाके में आता है और यहां बीजेपी के लिए राजनीतिक कामयाबी हासिल करना मुश्किल होता है।
बिहार में अक्टूबर नवंबर में विधानसभा के चुनाव होने हैं और माना जा रहा है कि इस महीने के अंत तक विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है।
तेजस्वी यादव की सुरक्षा में भारी चूक, सुरक्षा घेरा तोड़ भागते हुए आया युवक
कई जिलों के लोगों को होगा फायदा
मोदी पूर्णिया जिले में एक रैली को संबोधित करेंगे। बिहार में पटना और दरभंगा के बाद पूर्णिया तीसरा हवाई अड्डा होगा। उम्मीद की जा रही है कि इससे भागलपुर के अलावा सीमांचल के पूर्णिया, किशनगंज, अररिया और कटिहार जिलों के लोगों को फायदा होगा।
मोदी राष्ट्रीय मखाना बोर्ड के गठन का भी ऐलान करेंगे। यह राज्य में मखाना उद्योग को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। बिहार में बहुत बड़े पैमाने पर मखाना की खेती की जाती है और कहा जाता है कि देश भर के मखाने का कुल 90% उत्पादन उत्पादन बिहार में ही होता है।
मोदी की प्राथमिकता में है बिहार- सम्राट चौधरी
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री बिहार को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे हैं और अपने 11 साल के कार्यकाल में मोदी ने बिहार को लगभग 1.50 लाख करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात दी है तथा कल एक और तोहफा मिलेगा।
मोदी ‘सेक्स सॉर्टेड सीमेन’ केंद्र का उद्घाटन करेंगे, जो राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत की पहली अत्याधुनिक सुविधा होगी। यह तकनीक डेयरी किसानों को अधिक मादा बछिया प्राप्त करने में मदद करेगी और उनकी आय में वृद्धि करेगी। प्रधानमंत्री राज्य में निजी क्षेत्र के निवेश वाली ऊर्जा परियोजना की आधारशिला रखेंगे जो करीब 25 हजार करोड़ रुपये की है।
बिहार में नीतीश या तेजस्वी, किसका नुकसान करेंगे प्रशांत किशोर?
जारी किए गए बयान के मुताबिक, मोदी 2,680 करोड़ रुपये की लागत वाली कोसी-मेची परियोजना के पहले चरण का भी शिलान्यास करेंगे। इस परियोजना के तहत नहरों का उन्नयन, गाद की निकासी, क्षतिग्रस्त संरचनाओं का पुनर्निर्माण और जल निकासी क्षमता को 15,000 क्यूसेक से बढ़ाकर 20,000 क्यूसेक किया जाएगा और इससे पूर्वोत्तर बिहार के जिलों को सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण और कृषि लचीलेपन में मदद मिलेगी।
रेल लाइन का उद्घाटन और शिलान्यास
बयान में कहा गया है कि रेल संपर्क को नई दिशा देने के लिए प्रधानमंत्री बिक्रमशिला से कटेरिया तक 2,170 करोड़ रुपये की लागत वाली रेल लाइन का शिलान्यास करेंगे, जो गंगा नदी पर सीधा रेल संपर्क प्रदान करेगी। इसके अलावा अररिया से गलगलिया (ठाकुरगंज) तक 4,410 करोड़ रुपये लागत वाली नई रेल लाइन का उद्घाटन भी किया जाएगा।
अधिकारियों के मुताबिक, जिले में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और रविवार आधी रात से 24 घंटे के लिए राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर वाहनों का परिचालन भी निलंबित रहेगा।
तेजस्वी बोले- जीएमसीएच जाएं पीएम मोदी
इस बीच, विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने पूर्णिया स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) का औचक निरीक्षण किया और इसका वीडियो भी शूट किया। यादव ने X पर शनिवार देर रात शूट किए गए लगभग आठ मिनट के वीडियो को साझा करते हुए कहा, “मैंने उस दिन परिसर का दौरा किया जब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा बिहार में थे। मोदी सरकार के 11वें साल में स्थिति स्पष्ट है।”
तेजस्वी ने कहा, “नई इमारत की लागत सैकड़ों करोड़ रुपये रही होगी। फिर भी, इसमें आईसीयू और ट्रॉमा सेंटर नहीं है। कोई भी हृदय रोग विशेषज्ञ नहीं है। निर्माण कार्य अब भी जारी रहने के कारण, छोटे बच्चों सहित कई मरीज़ खुले में लेटने को मजबूर हैं, जिससे उन्हें डेंगू जैसी बीमारी का खतरा हो सकता है।” उन्होंने कहा, “यहां तक कि तथाकथित चालू वार्डों में भी पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। मरीज़ गंदी चादरों से काम चला रहे हैं या अपने घरों से ला रहे हैं।”
केंद्र और राज्य सरकार दोनों पर निशाना साधते हुए यादव ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री से आग्रह करूंगा कि जंगल राज (राजद शासन) के खिलाफ अपनी तीखी आलोचनाओं के बाद, वह जीएमसीएच जाएं। ‘डबल इंजन’ वाली सरकार की घोर विफलताए उन्हें सामने दिख जाएंगी। उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी साथ लाना चाहिए, जो यह शेखी बघारते हैं कि 2005 में उनके सत्ता संभालने के बाद, सब कुछ ठीक रहा है।”
जाति जनगणना और बिहार SIR को लेकर क्या बोली दरभंगा की जनता? जनसत्ता की ग्राउंड रिपोर्ट