कर्नाटक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिद्धारमैया सरकार की भ्रष्टाचार को लेकर तीखी आलोचना की है। दावणगेरे में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, ‘कुछ लोगों को विश्वास है कि कर्नाटक में सिद्धारमैया का शासन है। लेकिन, हकीकत में यहां ‘सीधा रुपैया’ का शासन है। हर चीज में सीधा रुपैया होता है तभी काम होता है। ये सीधा रुपैया जाना चाहिए।’ भ्रष्टाचार और वंशवाद पर कांग्रेस की आलोचना करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘एक परिवार ने देश पर 48 वर्षों तक राज किया और एक चाय बेचने वाला 48 महीनों से शासन कर रहा है। रइस घरों में पैदा होने के कारण उनलोगों ने इन 48 वर्षों में किसानों की सुध नहीं ली। लेकिन, हमने 48 महीनों में किसानों को मिलने वाले न्यूनतम समर्थन मूल्य को डेढ़ गुना कर दिया।’ उन्होंने गुजरात का भी हवाला दिया। पीएम बोले, ‘गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेते ही मैंने सरदार वल्लभ भाई पटेल की सबसे ऊंची मूर्ति बनाने की बात कही थी। जब कोई अमेरिका जाता है तो वह स्टैचू ऑफ लिबर्टी देखता है। सरदार वल्लभ भाई ‘स्टैचू ऑप यूनिटी’ हैं और उनकी मूर्ति स्टैचू ऑफ लिबर्टी से दोगुनी ऊंची है।’

कर्नाटक में अप्रैल या मई में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। ऐसे में राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी दल भाजपा के अलावा अन्य पार्टियों ने जोरशोर से चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 फरवरी को भाजपा की ओर से दावणगेरे में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘कर्नाटक सरकार की हार निश्चित है। बुरे कामों के चलते सरकार बहुत अलोकप्रिय हो चुकी है। चुनाव-दर-चुनाव जनता क्या कर रही है? वह कांग्रेस को हटा रही है। कांग्रेस के साथ ही नुकसानदेह कांग्रेस संस्कृति भी जाएगी।’ बता दें कि कर्नाटक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुए हैं। वह राज्य के विभिन्न इलाकों में जाकर रैलियां कर रहे हैं। राहुल गांधी पंजाब नेशनल बैंक घोटाले और राफेल सौदे को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर लगातार हमला बोल रहे हैं। सिंभावली शुगर्स लिमिटेड से जुड़े फर्जीवाड़े में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के दामाद के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद भाजपा भी हमलावर हो गई है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह इसको लेकर कांग्रेस पर पलटवार कर रहे हैं।