Prayagraj Murder: माफिया ब्रदर्स अतीक-अशरफ की हत्या के बाद तीनों हत्यारों को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। पहला सवाल यही है कि जिस हथियार से अतीक-अशरफ की हत्या की गई, वे महंगे हथियार हमलावरों को किसने मुहैया कराए थे। विपक्ष के तमाम नेता योगी सरकार से राज्य की कानून-व्यवस्था समेत कई सवाल पूछ रहे हैं। AIMIM के चीफ ओवैसी ने तो यहां तक पूछ लिया कि योगी जी बताइए कि इन तीनों हत्यारों पर अभी तक यूएपीए क्यों नहीं लगाया। जब अतीक-अशरफ पर गोलियां चल रही थीं तो उस वक्त जो पुलिस कर्मी मौजूद थे, वो क्या किसी बारात में आए थे?
इन तमाम सवाल-जवाब और आरोप-प्रत्यारोप के बीच एक बड़ा सवाल यह भी कि अतीक-अशरफ के तीनों हत्यारे प्रयागराज के किस होटल में रुके थे, जहां तीनों ने अतीक-अशरफ की हत्या की प्लानिंग की थी, लेकिन अब इस सवाल से पर्दा उठ चुका है।
प्रयागराज के होटल स्टे इन में रूके थे तीनों आरोपी
अतीक-अशरफ हत्याकांड को अंजाम देने वाले तीनों शूटर प्रयागराज के होटल स्टे इन (Hotel Stay In) के कमरा नंबर 203 में रुके थे। इसी होटल में तीनों शूटर लवलेश तिवारी, सन्नी सिंह और अरुण मौर्य ने हत्या का प्लान तैयार किया था। तीनों इसी होटल से लगातार रेकी कर रहे थे। पुलिस ने होटल से दो मोबाइल फोन और चार्जर बरामद किया है। तीनों हत्यारों ने 13 अप्रैल की रात साढ़े आठ बजे अतीक-अशरफ के तीनों शूटरों ने होटल में चेक इन किया था।
पुलिस को कमरे से मिले दो मोबाइल
होटल स्टे इन के मैनेजर मोहित श्रीवास्तव आज तक से बातचीत में बताया, ‘अतीक-अशरफ के हत्यारे कमरा नंबर 203 में रुके थे। पुलिस छापेमारी करने आई थी। पुलिस को जो भी रिकॉर्ड मिला है, उसको पुलिस अपने साथ लेकर गई है। श्रीवास्तव ने बताया कि तीनों हमलावरों ने अपना आईडी कार्ड भी दिया था। सभी 13 तारीख को होटल में आए थे। तीनों हमलावर अधिक अधिक वक्त रूम में ही व्यतीत करते थे। तीनों एक साथ बाहर नहीं जाते थे, अलग-अलग वक्त में बाहर जाते थे। उन तीनों आरोपियों से कभी कोई मिलने भी नहीं आया।
प्रयागराज में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
अतीक-अशरफ की हत्या के बाद प्रयागराज में ईद के मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है। वहीं मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा कि जैसे हर साल ईद मनाई जाती है, वैसे ही इस साल भी ईद का पर्व धूमधाम और हंसी-खुशी से मनाया जा रहा है।
15 अप्रैल को अतीक-अशरफ की हुई थी हत्या
माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात को प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दोनों को मेडिकल के लिए अस्पताल लाया गया था। शूटर्स ने दोनों भाइयों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। मौके पर ही अतीक और अशरफ ने दम तोड़ दिया। हत्या करने के बाद हाथ उठाकर तीनों आरोपियों लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य ने सरेंडर कर दिया था। अतीक-अशरफ की हत्या से दो दिन पहले उसके बेटे असद और उसके सहयोगी गुलाम को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था।