कोरोना संकट के बीच भाजपा संसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के ‘लापता’ पोस्टर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के विभिन्न हिस्सों में दिखाई दिए। प्रज्ञा सिंह ठाकुर की गुमशुदगी के पोस्टर जगह-जगह चिपकाए गए हैं। इन पोस्टरों में लिखा है- गुमशुदा की तलाश और उसके नीचे साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की फोटो बनी हुई है। इन पोस्टरों को लेकर भाजपा ने सफाई दी है। पार्टी भाजपा प्रवक्ता ने सफाई देते हुए बतया कि वह कैंसर और आंखों के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हैं। अज्ञात लोगों द्वारा लगाए गए पोस्टर में कहा गया है कि कोरोना वायरस के प्रकोप से परेशान भाजपा सांसद गायब हैं।
इस बीच, ठाकुर ने वीडियो कॉल पर एक मोबाइल अस्पताल सेवा लॉंच की है। प्रज्ञा ने शहर के बैरागढ़ चिचली क्षेत्र में सहकार भारती द्वारा संचालित मोबाइल अस्पताल सेवा शुरू की है। संगठन के पदाधिकारी उमाकांत दीक्षित ने दावा किया कि वह गायब नहीं हुई है। तबियत ठीक नहीं होने की वजह से वह दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती हैं।
दीक्षित ने कहा कि वह फोन पर कार्यकर्ताओं के संपर्क में थीं और प्रवासियों, छात्रों और कोरोनोवायरस के प्रकोप के लिए जरूरतमंदों की मदद कर रही थीं। भोपाल दक्षिण पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र के कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने पोस्टरों का समर्थन करते हुए कहा कि लोगों को इन संकटपूर्ण समय में ठाकुर के ठिकाने के बारे में जानने का अधिकार है।
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शर्मा ने दावा किया कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, जिन्हें ठाकुर ने 2019 के लोकसभा चुनावों में 3.60 लाख से अधिक मतों के अंतर से हराया था, शहर में थे और लॉकडाउन के दौरान लोगों की मदद कर रहे थे। भाजपा के प्रवक्ता राहुल कोठारी ने पीटीआई को बताया कि ठाकुर ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वह कैंसर और आंखों के इलाज के लिए दिल्ली के एम्स में हैं।
ठाकुर के निर्वाचन क्षेत्र में भोजन, किराने का सामान आदि का वितरण कार्य चल रहा था, कोठारी ने कहा कि दिग्विजय सिंह की सार्वजनिक उपस्थिति “राजनीति” थी। इससे पहले छिंदवाड़ा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके सांसद पुत्र नकुल नाथ और ग्वालियर में कांग्रेसी से भाजपा नेता बने ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए इस तरह के ‘लापता’ पोस्टर लगाए गए थे।
