चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर एक बार फिर से पंजाब में कांग्रेस के लिए काम करते दिख सकते हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने संकेत दिया है कि कांग्रेस अगले साल के चुनाव प्रचार के लिए चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को फिर से शामिल करने पर विचार कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार चन्नी ने कहा कि उन्हें पार्टी के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी ने प्रशांत किशोर के साथ कांग्रेस की रणनीति साझा करने के लिए कहा है। हरीश चौधरी को कुछ दिन पहले ही पंजाब का प्रभारी बनाया गया है। चन्नी ने बाद में आजतक को आगे बताया कि यह निर्देश आलाकमान की ओर से आया है। किशोर वर्तमान में आगामी गोवा विधानसभा चुनावों के लिए तृणमूल कांग्रेस के लिए रणनीति बना रहे हैं। प्रशांत पहले भी कई दलों के चुनावी अभियानों में शामिल रहे हैं।
चन्नी के बयान ने प्रशांत किशोर को फिर से सुर्खियों में ला दिया है। प्रशांत ने इस साल 2 मई को चुनावी रणनीति से रिटायरमेंट लेने की घोषणा कर दी थी, इसी दिन ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में शानदार जीत हासिल की थी।
इससे पहले अगस्त में प्रशांत किशोर ने तत्कालीन मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के प्रधान सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया था। तब उन्होंने कहा था कि वह 2022 के राज्य चुनावों में “शामिल नहीं होंगे”। किशोर ने 2017 में अमरिंदर सिंह के लिए अभियान तैयार किया था। तब पंजाब में कांग्रेस के लिए वो फायदेमंद साबित हुए थे और कांग्रेस पंजाब की सत्ता में वापस आ गई थी, लेकिन उनकी रणनीति यूपी में सफल नहीं रह पाई और कांग्रेस-समाजवादी पार्टी के लिए उनका अभियान विफल रहा था। इसके बाद से प्रशांत और कांग्रेस के बीच के रिश्ते उतार-चढ़ाव से भरे रहे हैं।
बंगाल चुनाव के बाद कई बार खबर आई कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं, लेकिन हर बार ये फैसला टलता रहा। इसके बाद प्रशांत, राहुल गांधी और कांग्रेस की रणनीतियों पर लगातार निशाना साधते दिख रहे हैं। जिसके बाद कुछ कांग्रेस नेताओं की तरफ से भी प्रशांत के खिलाफ बयान आए थे।