बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में अब 15 दिन से भी कम समय रह गया है। ऐसे में सभी पार्टियों ने कद्दावर नेताओं को टिकट देने का ऐलान भी शुरू कर दिया है। अब तक राजद, लोजपा, कांग्रेस, भाजपा, जदयू और रालोसपा ने सीटों के बंटवारे के आधार पर टिकट का ऐलान कर दिया है। हालांकि इस बीच एक चौंकाने वाला आंकड़ा दागी उम्मीदवारों का है। यानी ऐसे लोगों को भी बड़ी संख्या में टिकट मिल रहे हैं, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। दागी प्रत्याशियों को उतारने में भाजपा सबसे आगे है।
गौरतलब है कि राजद, लोजपा और रालोसपा ने अब तक 42-42 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इसके अलावा जदयू ने 35, जाप ने 32, भाजपा ने 29 और कांग्रेस ने 21 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं। दागी उम्मीदवारों की बात की जाए, तो संख्या के हिसाब से सबसे ज्यादा 29 दागी प्रत्याशी राजद ने उतारे हैं। इसके बाद भाजपा, लोजपा और जाप ने 21-21 दागियों को टिकट दिया है। दूसरी तरफ रालोसपा ने 17, जदयू ने 14 और कांग्रेस ने 12 आपराधिक छवि वाले नेताओं को मौका दिया है।
औसत में भाजपा सबसे आगे: सीटों के हिसाब से देखा जाए, तो कुल घोषित उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा 72 फीसदी दागियों को भाजपा ने टिकट दिया है। इसके अलावा राजद ने 69 फीसदी, जाप ने 66 फीसदी, कांग्रेस ने 57%, लोजपा ने 50% और रालोसपा-जदयू ने सबसे कम 40-40 फीसदी दागी उम्मीदवार उतारे हैं। इसके अलावा बसपा के 4 प्रत्याशी और एनसीपी का एक उम्मीदवार दागी है।
आपराधिक मामलों में कौन सबसे आगे?: बिहार की राजनीति में बाहुबली नेताओं का हमेशा से बोलबाला रहा है। इसी को देखते हुए मोकामा सीट से राजद ने अनंत सिंह को टिकट थमाया है। चौंकाने वाली बात यह है कि अनंत सिंह पर सबसे ज्यादा 38 मामले दर्ज हैं। उन पर हत्या, अपहरण, अवैध हथियार समेत 38 केस दर्ज हैं। अनंत पर सरकारी काम में वसूली के भी आरोप हैं।
दूसरे नंबर पर गुरुआ सीट से जाप के उम्मीदवार सुधीर कुमार वर्मा हैं, जिन पर 37 केस दर्ज हैं। सुधीर- हत्या, हत्या के प्रयास और अवैध हथियारों समेत कई गंभीर मामलों में आरोपी हैं। तीसरे नंबर पर दानापुर से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रहे रीतलाल यादव हैं। उन पर 33 मामले दर्ज हैं। इस सीट पर दूसरे चरण में चुनाव होना है।
आपराधिक मामलों में चौथे और पांचवे नंबर पर 14-14 केसों के साथ क्रमशः राजद के अजय यादव और जदयू के अभय कुमार सिन्हा हैं। अजय पर गया, पटना और जहानाबाद में हत्या, हत्या के प्रयास, चोरी, छिनतई, वसूली के आरोप हैं। दूसरी ओर जदयू के अभय कुमार सिन्हा लूटपाट, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने समेत कई गंभीर मसलों में आरोपी हैं।