बंगाल के आसनसोल रेलवे स्टेशन पर रविवार को 1 करोड़ रुपये की रकम के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक ने खुद को राज्य के बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष का पूर्व सहयोगी बताया है। गिरफ्तार लोगों के नाम गौतम चट्टोपाध्याय और लक्ष्मीकांत शॉ हैं। सोमवार को दोनों को अदालत में पेश किया गया। इसके बाद, दोनों को चार दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया। दावा है कि शॉ बीजेपी कार्यकर्ता हैं।
एक सीनियर पुलिस अफसर ने बताया, ‘उनके पास एक बड़ा सा बैग था और वे संदिग्ध तरीके से आसनसोल रेलवे स्टेशन पर घूम रहे थे। गवर्नमेंट रेलवे पुलिस के अफसरों ने दोनों को रोककर पूछताछ की। उनके पास से 1 करोड़ रुपये नकद मिले। दोनों इस रकम का हिसाब नहीं दे पाए, जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।’
अफसर के मुताबिक, गिरफ्तारी के बाद इनकम टैक्स के अधिकारियों को सूचित कर दिया गया। अधिकारी के मुताबिक, आईटी विभाग के अधिकारी आए और उन्होंने रकम को जब्त कर लिया। शॉ का कहना है कि पैसा पार्टी का है। उसने दावा किया, ‘यह मेरा पैसा नहीं है। यह पार्टी का है। इसका चुनाव के लिए इस्तेमाल होना था।’ वहीं, चट्टोपाध्याय के बारे में पूछे जाने पर राज्य बीजेपी प्रमुख ने बताया, ‘पहले वह मेरे पर्सनल असिस्टेंट के तौर पर काम करत था, लेकिन अब नहीं। अब वह पार्टी वर्कर है। मुझे पैसे के बारे में पता नहीं है। यह चुनाव के दौरान मेरी छवि खराब करने की साजिश हो सकती है।’ इस मामले पर तृणमूल की प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है।