नोएडा में दलित प्रेरणा स्थल पर किसान धरना दे रहे हैं। हालांकि प्रदर्शन कर रहे किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। किसानों को यहां से जबरन हटाया जा रहा है। इसकी वजह से सड़क पर लंबा जाम भी लग गया है। जैसे ही किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया, उसके बाद राकेश टिकैत ने ऐलान कर दिया कि वह नोएडा पहुंच रहे हैं।

पुलिस प्रदर्शनकारी किसानों को हिरासत में लेकर ग्रेटर नोएडा की लुक्सर जेल भेज रही है। करीब पांच बसों में किसानों को जेल ले जाया गया है। किसान यहां पर अपना धरना जारी रखे हुए हैं। इस बीच नई दिल्ली क्षेत्र में बीएनएस की धारा 163 लागू हो गई है। किसानों के दिल्ली चलो मार्च को लेकर विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था पर संयुक्त सीपी संजय कुमार ने कहा, “संसद सत्र को देखते हुए नई दिल्ली क्षेत्र में बीएनएस की धारा 163 लागू की गई है।”

सोमवार को किसानों ने किया था हाई-वे जाम

बता दें कि सोमवार को किसानों के प्रदर्शन के कारण दिल्ली और ग्रेटर नोएडा के बीच एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक पूरी तरह से थप पड़ा रहा था। दिल्ली और नोएडा के सभी बॉर्डर पर गाड़ियों की लंबी कतारें लगी रहीं। हालांकि प्रशासन को थोड़ी बहुत कामयाबी मिली और वह किसान नेताओं को सड़क से हटने के लिए मनाने में कामयाब रहे। 1 दिसंबर को अथॉरिटी के साथ किसानों की बातचीत हुई थी। लेकिन यह सफल नहीं रही।

पीएम किसान की 19वीं किस्त कब आएगी? हर साल 6000 रुपये पाने के लिए ऐसे करें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

इसके बाद किसानों ने ऐलान कर दिया कि वह 2 दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे। 2 दिसंबर को किसान बड़ी संख्या में दिल्ली नोएडा बॉर्डर पर पहुंच गए हैं। हालांकि इसके बाद प्रशासन ने उन्हें मनाने का प्रयास किया तो इसके बाद किसान नोएडा में दलित प्रेरणा स्थल पर धरना देने को तैयार हो गए।

किसानों से वादा किया गया है कि मुख्य सचिव स्तर की वार्ता इसी हफ्ते होगी और तब तक वह सड़क से हटकर दलित प्रेरणा स्थल के अंदर अपना धरना दें। किसान और अधिकारियों के बीच सहमति बनी कि अगले एक हफ्ते में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव से उनकी बातचीत होगी। वहीं किसानों ने कहा है कि अगर बातचीत सफल रही तो अपने घर लौट जाएंगे और नहीं बनी तो दोबारा दिल्ली कूच करेंगे। लेकिन आज ही सैकड़ों किसानों की गिरफ्तारी हुई।