ओडिशा में एक अजीब ही मामला सामने आया है। डकैत समझकर लोगों ने पुलिस को पीट दिया है। पुलिसकर्मी अपराधियों के पकड़ने गए थे, लेकिन जब लौटे तो शरीर पर चोटों के निशान भरे थे।

दरअसल कोरापुट जिले में ग्रामीणों ने तब पुलिस को पीट दिया जब वो आधी रात गांजा तस्करों को पकड़ने के लिए छापा मारने पहुंची थी। सादे कपड़ों में पहुंची पुलिस टीम पर ग्रामीणों के एक समूह ने हमला कर दिया। ग्रामीणों को लगा कि वे डकैत हैं।

इंडिया टुडे के अनुसार घटना शनिवार 14 मई को कोरापुट जिले के आदिवासी क्षेत्र के मचकुंड पुलिस सीमा के अंतर्गत माटीखाल गांव की है। बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों द्वारा इलाके में गांजा तस्करी की सूचना मिलने के बाद पड़ोसी मलकानगिरी जिले के 30 पुलिसकर्मी मटीकल गांव में छापेमारी करने आए थे। जिनपर ग्रामीणों ने लाठियों और धारदार हथियारों से हमला कर दिया।

इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए तो वहीं कुछ पुलिसकर्मी मौके से भाग गए। इसके साथ ही एक को ग्रामीणों ने दो बाइक के साथ अपनी पकड़ में ले लिया। घटना के बाद एक ग्रामीण ने आरोप लगाते हुए कहा- “आम तौर पर, गांव के पुरुष इस मौसम में काजू के पौधों की रक्षा के लिए रात में जंगलों में जाते हैं। रात को लगभग 40-50 पुलिसकर्मी हमारी अनुपस्थिति में गांव आए और बिना किसी पूर्व सूचना के छापेमारी के बहाने हमारे घरों में घुस गए। उन्होंने महिलाओं के साथ बदसलूकी की। जब महिलाओं ने विरोध किया, तो उन्होंने कहा कि वे कोरापुट के पुलिस अधीक्षक के आदेश पर घरों की तलाशी लेने के लिए आए हैं।

सूचना मिलने पर माचकुंड थाने की एक अन्य पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घायल पुलिसकर्मी को रेस्क्यू करके अस्पताल पहुंचाया। इस मामले को लेकर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गांव के एक घर से करीब 150 किलो गांजा जब्त किया गया है।

अधिकारी ने कहा- “हालांकि, कुछ ग्रामीण इकट्ठा हो गए और पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद हमारे जवान घायल हो गए। जिले में गांजा तस्करी के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।”