दिवंगत संगीतकार सलिल चौधरी की पत्नी सबिता चौधरी एवं उनकी बेटी अंतरा ने कहा कि संगीत दिग्गज सलिल चौधरी के सभी गानों को अभिलेखागार में संजोए रखने के लिए उनके गृह-नगर में स्थाई केंद्र बनाया जाएगा। अंतरा ने बताया, ‘हम इस केंद्र को संगीत शोधकर्ताओं एवं स्कॉलरों के लिए तीर्थस्थान बनाना चाहते हैं। इस अभिलेखागार में बाबा द्वारा विभिन्न भाषाओं में संगीतबद्ध किए गए उनके गानों को डिजिटल रूप में रखा जाएगा।’ इस कदम के पीछे ‘द सलिल चौधरी फाउंडेशन आॅफ म्यूजिक’ है।

इस फाउंडेशन का उद्देश्य है कि वर्तमान पीढ़ी के उन लोगों में समृद्ध संगीत विरासत को चिरस्थायी बनाए रखना है, जो बंगाल मास्टर्स की दशकों पुरानी संगीत परंपरा के बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं। इस फाउंडेशन की अध्यक्ष अंतरा ने बताया ‘इस अभिलेखागार में दिग्गज संगीतज्ञ द्वारा बंगाली, हिन्दी, मलयाली एवं अन्य भाषाओं में संगीतबद्ध सभी गानों का संग्रह किया जाएगा।’ फाउंडेशन की मुंबई, नई दिल्ली, सिंगापुर और ब्रिटेन में संगीत समारोह आयोजित करने की भी योजना है।