कानपुर का अरबपति इत्र कारोबारी पीयूष जैन। इनके पास से अब तक कई किलो सोना, चांदी और 257 करोड़ रुपये कैश बरामद हो चुके हैं। कार्रवाई अभी जारी है, देखना होगा गारू के इस खजाने से और क्‍या-क्‍या निकलता है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इतना मालामाल आदमी जो कि नोटों को ओढ़ और बिछाकर सो सकता है, वह दुनिया की नजरों से बचने से एक पुरानी कार का इस्‍तेमाल किया करता था। वह बहुत ही साधारण तरीके से जिंदगी जीता था, ताकि किसी को शक न हो कि वह इतना रईस है। बेहद साधारण लाइफ स्‍टाइल बनाकर वह लंबे समय से टैक्‍स की चोरी करता रहा, लेकिन अब पीयूष को गिरफ्तार किया जा चुका है।

थाने में कंबल ओढ़कर फर्श पर लेटा हुआ दिखा पीयूष जैन

आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक, पीयूष जैन से 50 घंटे की लंबी पूछताछ हो चुकी है। कानपुर के काकादेव थाने में रविवार को पीयूष जैन की पहली रात गुजरी। थाने में सैकड़ों करोड़ के मालिक पीयूष जैन को महिला हेल्‍प डेस्‍क केबिन में सोने की जगह दी गई, जहां वह फर्श पर कंबल ओढ़कर सोते हुए देखे गए। 40 से ज्‍यादा कंपनियों का मालिक जिसे पास से 250 करोड़ से ज्‍यादा का कैश बरामद हो चुका है, वह शख्‍स आज जमीन पर लेटा हुआ है।

घर में नौकर तक नहीं रखता था पीयूष जैन, हर साल बदलता था वॉचमैन

इंडिया टुड की रिपोर्ट के मुताबिक, लोगों की नजरों से बचने के लिए या यूं कहें कि अपनी अकूत दौलत को छिपाने के लिए पीयूष जैन बेहद लो प्रोफाइल लाइफ जिया करता था। पीयूष जैन ने अपने आनंदपुरी स्थित बंगले पर केवल दो वॉचमैन रखे गए हुए थे, जिन्‍हें वह केवल 7500 रुपये महीना सैलरी दिया करता था। किसी वॉचमैन को बंगले के अंदर जाने की इजाजत नहीं होती थी। पीयूष जैन हर एक या डेढ़ साल बाद वॉचमैन को बदल दिया करता था। किसी को उसकी दौलत की भनक न लगे इसलिए वह घर में नौकर भी नहीं रखता था।

पुरानी कार यूज करता था, गाड़ी का इंश्‍योरेंस तक नहीं करवाया

पीयूष जैन ने अपने 15 वर्षीय बेटे प्रत्‍यूष के नाम पर एक टोयोटा कार खरीदी हुई थी। कार का रजिस्‍ट्रेशन कन्‍नौज का है। पीयूष जैन के पास दूसरी फोक्‍सवैगन की है, जिसका इंश्‍योरेंस तक रिन्‍यू नहीं करवाया गया। नवंबर 2020 में इस कार का इंश्‍योरेंस खत्‍म हो चुका है।

500 चाबियों से खोलता था लॉकर

इंडिया टुड की रिपोर्ट के मुताबिक, पीयूष जैन के यहां 120 घंटे से ज्‍यादा छापेमारी के दौरान 257 करोड़ कैश, कई किलो सोना, चांदी तो मिला ही है, इसके अलावा जीएसटी इंटेलिजेंस और इनकम टैक्‍स की टीमों को कन्‍नौज स्थित पीयूष जैन के पैतृक निवास में 18 लॉकर और 500 चाबियां भी मिली हैं।

कन्‍नौज, दिल्‍ली, कानपुर, मुंबई और दुबई में मिली प्रॉपर्टी

छापेमारी में मिले दस्‍तावेजों से पता चला है कि उसके पास 16 बहुत महंगी प्रॉपर्टी भी हैं। इनमें 4 कानपुर, 7 कन्‍नौज, 2 मुंबई और 1 दिल्‍ली में हैं। पीयूष जैन के पास से दुबई में भी दो प्रॉपर्टी मिली हैं। अधिकारियों का कहना है कि पीयूष जैन फेक इनवॉयस की मदद से माल बेच रहा था, जिसकी वजह से उसके पास इतना सारा कैश जमा हो गया और कैश की वजह से उसने टैक्‍स भी बचा लिया।