पुलवामा आतंकी हमले में अपनी जमीन पर पनप रहे आतंकियों के सबूत मांगने वाले पाकिस्तान ने खुद ही सबूत दे दिया है। पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने खुद ही कह दिया कि मसूद अजहर पाकिस्तान में ही है। अमेरिकी न्यूज चैनल CNN के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि मसूद अजहर बेहद बीमार है और घर से बाहर भी नहीं निकल सकता। बता दें कि मसूद अजहर जैश-ए-मोहम्मद का मुखिया है। इसी आतंकी संगठन ने पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए फिदायीन हमले की जिम्मेदारी ली थी। भारत काफी समय से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित करने की मांग कर रहा है, लेकिन चीन हमेशा से इसमें अवरोध पैदा करता रहा है।
मसूद के खिलाफ सबूत मिलें तो करेंगे कार्रवाई : कुरैशी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान की कोर्ट में पेश करने लायक सबूत मिलें तो वे खुद मसूद अजहर खिलाफ कार्रवाई करेंगे। कुरैशी ने पाकिस्तान के लड़ाकू विमान F-16 को जवाब देने के दौरान उनकी सीमा में चले गए विंग कमांडर अभिनंदर वर्तमान की वापसी को शांति का प्रतीक बताया। साथ ही, कहा कि इसे पाकिस्तान के शांति प्रयासों के रूप में ही देखा जाना चाहिए।
मुंबई अटैक में भी था मसूद का हाथ : मुंबई में 11 साल पहले हुए आतंकी हमले के बाद से ही भारत अजहर को प्रतिबंधित आतंकियों की वैश्विक सूची में शामिल करने की मांग कर रहा है। तीन साल पहले हुए पठानकोट हमले के बाद भी भारत ने फिर उसे वैश्विक आतंकी घोषित करने की मांग दोहराई थी। अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने भी मसूद अजहर के खिलाफ नए सिरे से प्रस्ताव रखा है। सुरक्षा परिषद में यदि यह प्रस्ताव पास हुआ तो मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया जाएगा। ऐसा होने से किसी भी देश में मौजूद उसकी संपत्तियां जब्त हो जाएंगी और विदेश यात्राओं पर प्रतिबंध लग जाएगा।
भारत ने पाक को सौंपे सबूत : बता दें कि पुलवामा हमले में जैश-ए-मोहम्मद की संलिप्तता और पाकिस्तान की जमीन पर जैश के संचालित ठिकानों आदि को लेकर भारत ने पाकिस्तान को सबूत सौंपे हैं। इस डोजियर में मसूद के भारत विरोधी भाषण और सुरक्षा बलों पर आतंकियों की तरफ से पिछले दो सालों में किए गए हमलों की जानकारियां भी शामिल हैं। भारत ने कहा है कि पाकिस्तान में ये आतंकी संगठन लड़ाकों को भारत के खिलाफ कदम उठाने के लिए तैयार कर रहे हैं।