Mainpuri Election 2022: उत्तर प्रदेश में मैनपुरी (Mainpuri) लोकसभा और रामपुर (Rampur) खतौली विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने वाले हैं। इन चुनावो से ठीक पहले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर (Om Prakash Rajbhar) लगातार अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर हमला बोल रहे हैं। एक ताजा बयान में अखिलेश और सपा पर तीखा बयान देते हुए उन्होने कहा कि इन चुनावों में दलितों का वोट अखिलेश को नहीं मिलेगा। उन्होने सवाल उठाते हुए कहा कि किसी और को टिकट क्यों नहीं गया ? और कोई नहीं है क्या सिर्फ उन्हीं का परिवार चुनाव लड़ेगा?
मैनपुरी से डिम्पल यादव लड़ रही हैं चुनाव
2019 में मैनपुरी लोकसभा सीट से मुलायम सिंह यादव सांसद बने थे। उनके निधन के के बाद खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट से अब उनकी बहू और अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव चुनाव लड़ रही हैं। डिम्पल यादव के मैनपुरी से चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर ने अखिलेश यादव पर परिवारवाद का आरोप लगते हुए सवाल किया कि उनके परिवार के लावा और कोई क्यों यहां से चुनावी मैदान में नहीं उतारा जा सकता था ? राजभर ने मुलायम सिंह यादव का जिक्र करते हुए कहा कि 2019 में मुलायम सिंह यादव बसपा की मदद से यहां से जीते थे। इस चुनाव में अति पिछड़ा वर्ग और दलित समाज का एक भी वोट सपा के खाते में नहीं जाएगा।
सपा की हार होगी, राजभर का दावा
मैनपुरी लोकसभा सीट सपा का गढ़ माना जाता रहा है और 2019 में मुलायम सिंह यादव ने भारी अंतर से यहां से लड़ते हुए चुनाव जीता था। लेकिन ओपी राजभर का दावा है कि डिम्पल यादव यह चुनाव हार जाएंगी। राजभर ने कहा कि जिसको बीजेपी का प्रत्याशी शिवपाल यादव के काफी करीबी हैं। जो एक बड़ा संदेश है। उन्होंने कहा कि यहां से अखिलेश ने पत्नी डिंपल को मैदान में उतारा है। उन्हें जिताने के लिए वो पसीना बहा रहे हैं पर उन्हें जीत नहीं मिलेगी। जिस तरह आजमगढ़ में यादव प्रत्याशी लड़ाने की वजह से वह हारे, उसी प्रकार से मैनपुरी में भी हारेंगे। मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में यादव के बाद सबसे अधिक शाक्य मतदाता हैं, लेकिन सपा ने यहां कभी पाल, कश्यप, बिंद, मल्लाह, केवट आदि पिछड़ी जातियों को प्रत्याशी नहीं बनाया।