Azamgarh By-Polls: उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं दोनों ही सीटों पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी नहीं है इन उपचुनावों में वो इन दोनों सीटों पर जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाएगी। आजमगढ़ से बीजेपी के प्रत्याशी के तौर पर दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ मैदान में हैं तो वहीं सपा के लिए अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव मैदान में हैं। इन दोनों सीटों पर 23 जून को चुनाव होंगे और 26 जून को नतीजे आएंगे। वहीं शनिवार को सपा उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव के चुनाव प्रचार के भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर आजमगढ़ पहुंचे और दिनेश लाल याद पर तंज कसे।
आजमगढ़ लोकसभा सीट के उपचुनाव में धर्मेंद्र यादव के प्रचार के लिए पहुंचे ओपी राजभर ने कहा आपने रेजीमेंट की बात शुरू की है तो पत्रकार आयोग की बात क्यों नहीं करते हैं निरहू। उनकी सरकार है, है दम वो बोलेंगे, वो जुबान खोल दें जातिवाद जनगणना की। अगर वो इस मुद्दे पर बात करेंगे तो बीजेपी उनका टिकट काट देगी। उनकी हिम्मत नहीं है कि वो जातिवाद जनगणना पर कुछ बोल दें। 1700 थानों में 52 फीसदी आबादी पिछड़ों की है। अगर वो पिछड़ी जाति के बहुत बनते हैं तो क्या हिस्सेदारी मांग सकते हैं। अगर वो ये सवाल उठाएंगे तो उनकी जुबां काट दी जाएगी गाना वाना सब बंद हो जाएगा।
भद्दे-भद्दे गाने गाता है निरहुआ
राजभर ने हमला जारी रखते हुए आगे कहा, निरहू बहुत भद्दे-भद्दे गाने गाता है। अपने भद्दे गानों से वो समाज में गंदगी फैलाता है। वो अश्लील गाने गाते हैं। उनका गाना भी है का हो निरहू बकरी चरावा…चुनउवा के बाद उहै करिहैं उहै गइहैं। निरहू के आजमगढ़ की जनता घुरहू बना के भेज देगी देख लीजिएगा। वहीं निरहू का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वो एक गड़ही को दिखाते हुए कह रहे हैं कि ये है अखिलेश यादव का गढ़।
ई आजमगढ़ है इहां गढ़ देंगे…
गढ़ के मुद्दे पर ओपी राजभर पहले भी निरहू को जवाब दे चुके हैं। ओपी राजभर ने कहा था, निरहू से कहि दा जा के फिल्म बनावैं उहै करैं ई आजमगढ़ हौ इहां गढ़ देइहैं सब। अखिलेश यादव से नाराज बताए जा रहे थे लेकिन आजमगढ़ उपचुनाव में ओपी राजभर ने सपा को समर्थन देने का ऐलान किया है। आपको बता दें कि इसके पहले दिनेश लाल यादव कभी समाजवादी पार्टी का हिस्सा हुआ करते थे लेकिन उन्होंने बाद में बीजेपी ज्वाइन कर ली और साल 2019 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुके हैं। हालांकि वो इस चुनाव में हार गए थे लेकिन एक बार फिर निरहू को आजमगढ़ सीट से मौका मिला है देखिए इस बार क्या वो इस मौके को भुना पाएंगे।