ओडिशा में हुए रेल हादसे में 275 लोगों की जान चली गई और 1000 से अधिक लोग घायल हो गए। वहीं इस हादसे के बाद राजनीति भी तेज हो गई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने इस हादसे के बाद केंद्र को घेरते हुए कई सवाल उठाए। हादसे की सीबीआई से जांच (CBI investigation) की सिफारिश पर भी सवाल उठाए गए। वहीं अब बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी (BJP leader Suvendu Adhikari) की इस मामले पर प्रतिक्रिया आई है। सुवेंदु ने रेल हादसे को टीएमसी की साजिश बताया है।
सुवेंदु अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि घटना टीएमसी की साजिश है। उन्होंने कहा, “यह घटना टीएमसी की साजिश है। ये कल से इतना क्यों घबरा रहे हैं जबकि ये घटना दूसरे राज्य की है? सीबीआई जांच से क्यों डरते हैं? इन लोगों ने पुलिस की मदद से दोनों रेलवे अधिकारियों के फोन टैप किए। इन लोगों को रेलवे के दो अधिकारियों की बातचीत का पता कैसे चला? बातचीत कैसे लीक हो गई। सीबीआई जांच में यह आना चाहिए। अगर यह नहीं आया, तो मैं अदालत जाऊंगा?”
सुवेंदु अधिकारी ने कहा, “हम इस तरह के हादसे के राजनीतिकरण करने के खिलाफ हैं। लेकिन ममता बनर्जी ने जांच होने से पहले ही मामले को सुलझा लिया। रेल मंत्री बगल उन्होंने कहा कि कोई (Anti-collision) उपकरण नहीं था। ऐसा नहीं होना चाहिए था। मुख्यमंत्री को इस मामले को जांचकर्ताओं पर छोड़ देना चाहिए था।”
टीएमसी द्वारा रेल मंत्री का इस्तीफा मांगने पर सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि क्या उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान हुई दुर्घटनाओं के बाद इस्तीफा दे दिया था? सुवेंदु अधिकारी ने गैसल (1999) और ज्ञानेश्वरी (2010) रेल हादसे का जिक्र किया था। उन्होंने दावा किया कि बालासोर अस्पताल में काम कर रहे बंगाल के तीन आईएएस अधिकारी अस्वस्थ होने पर भी घायलों को बंगाल ट्रांसफर कर रहे थे।
बता दें कि रेल हादसे में हुई मौतों के आंकड़ें को लेकर ममता बनर्जी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव में घटनास्थल पर ही बहस हुई थी। जब ममता बनर्जी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही थीं, उसी दौरान ये बहस हुई थी।
