दिल्ली में वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए शुरू की गई सम-विषम योजना का दूसरा चरण शुक्रवार को शुरू हो गया। यह 30 अप्रैल तक चलेगा। पहले दिन रामनवमी का अवकाश होने की वजह से सड़कों पर काफी कम संख्या में वाहन दिखे। इससे लोगों को सड़कों पर जाम की परेशानी नहीं हुई। दिल्ली मेट्रों के शाहदरा-रिठाला रूट पर तकनीकि खराबी की वजह से लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। मेट्रो के अन्य रूट सामान्य रूप से चले। दिल्ली पुलिस ने सम-विषम का उल्लंघन करने के आरोप में शाम एक हजार से ज्याया लोगों का चालान किया। दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने मध्य और नई दिल्ली के कुछ इलाको का दौरा कर जायजा लिया।

इस योजना के तहत गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन नंबर और तारीख के आधार पर गाड़ियों को चलने की इजाजत दी जाती है। सम-विषम योजना का पहला चरण इस साल जनवरी में लागू हुआ था। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दूसरे चरण की सम-विषम योजना को सफल बनाने के लिए लोगों से सहयोग की अपील की है। इस योजना का वास्तविक प्रभाव सोमवार को दिखाई देगा, जो सप्ताह का पहला पूर्णकालिक दिन होगा। दूसरे चरण के लिए राजधानी के विभिन्न स्थानों पर हजारों पुलिसकर्मियों और नागरिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया।

दिल्लीवासियों को सम-विषम योजना से परेशानी न हो, उसे ध्यान में रखकर दिल्ली सरकार ने 3966 डीटीसी की बसें, 519 प्राइवेट और करीब 1100 डिम्टस की बसों को सड़कों पर उतारा है। इस योजना पर नजर रखने के लिए परिवहन विभाग की 120 टीमें तैनात की गई हैं। इन टीमों को 10 वाडियो कैमरे भी दिए गए हैं। दिल्ली यातायात पुलिस के करीब 2000 जवानों को भी इस डयूटी में लगाया गया है। दिल्ली की सड़कों पर जगह-जगह यातायात पुलिस के जवानों को वाहनों पर मुस्तैदी से नजर रखते देखा गया। वालियंटरों को सम-विषम फार्मूले का पालन करने और दिल्ली को प्रदूषण मुक्त करने के संदेश लिखी तख्तियों के साथ खड़े देखा गया। शुक्रवार को रामनवमी का अवकाश था इसलिए सड़कों पर यातायात कम था। शनिवार और रविवार को छुट्टी होने के होने के कारण भी यातायात कम रहेगा।

दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सम-विषम योजना के दूसरे चरण के पहले दिन लोगों की प्रतिक्रिया सकारात्मक रही। योजना के क्रियान्वयन का जायजा लेने के लिए परिवहन मंत्री ने डीटीसी की बस से दिल्ली सचिवालय से भैरो मार्ग, इंडिया गेट, मिंटो रोड, दरियागंज,लालकिला, कश्मीरी गेट से होते हुए वापस दिल्ली सचिवालय पहुंचे। इसके बाद उन्होंने कहा कि उनके पास पूरी दिल्ली से आई खबर है कि लोग योजना का पालन कर रहे हैं। विभिन्न विभागों से रिपोर्ट मिलने के बाद ही पूरी तस्वीर सामने आ सकेगी।

राय ने कहा कि सीमाई इलाकों से कुछ शिकायतें मिलीं। इनमें दूसरे राज्यों के ड्राइवरों को उल्लंघन के आरोप में पकड़ा गया। सम-विषम योजना के दूसरे चरण की तुलना इस साल जनवरी में हुए इस योजना के प्रयोगात्मक संचालन से करते हुए राय ने कहा कि गर्मी के कारण समस्याएं आ सकती हैं। स्कूल खोले जा रहे हैं। लेकिन समाधान तलाशे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि विस्तारित सप्ताहांत के बाद सोमवार को जब दफ्तर और स्कूल खुलेंगे तो यातायात में बढ़ोतरी होगी। लेकिन सरकार हालात से निपटने के लिए तैयार है। परिवहन मंत्री ने दिल्लीवासियों से अपील की कि वे अपने बच्चों को स्कूल थोड़ा जल्दी छोड़ दें ताकि वे यातायात में न फंसे। उन्होंने महिला ड्राइवरों से भी अपील की कि वे अपने बच्चों को स्कूल से लाते वक्त पड़ोस के बच्चों को भी स्कूल से लाने में मदद करें।

पत्रकारों ने उनसे ऐप आधारित कैब सेवाओं से मिलने वाली सेवाओं की शिकायत की तो परिवहन मंत्री ने कहा कि वे दिल्ली सरकार में पंजीकृत नहीं हैं, इसलिए उन्हें रोकने में सरकार की भूमिका सीमित है, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शिकायतें मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि हर महीने 15 दिन के लिए सम-विषम योजना लागू करने पर कोई फैसला करने से पहले सरकार दूसरे चरण में योजना की सफलता की समीक्षा करेगी। परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रदूषण में कमी और व्यस्त यातायात एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। सम-विषम योजना के दौरान दोनों में कमी आएगी। इस वजह से प्रदूषण भी कम होगा क्योंकि सुचारू यातायात के कारण वाहन ईंधन भी कम खपत करेंगे।
मंत्री ने कहा कि इस बार बसों की संख्या घटाई गई है क्योंकि जनवरी में इस योजना के तहत कई बसें खाली चल रही थीं। राय ने कहा कि दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) करीब 6,000 बसें चलाएगी। स्कूलों और अन्य निजी पक्षों से ली जाने वाली अतिरिक्त 600 बसों से सार्वजनिक परिवहन मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि डीटीसी एक हजार नई बसें खरीद रही है और 10 एसी बसों समेत 20 बसों का पहला बेड़ा मई के पहले हफ्ते तक आस सकता है।

परिवहन मंत्री ने इंडिया गेट और मोरी गेट पर सिविल डिफेंस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और इस गर्मी में उनके काम की तारीफ की। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को उनके लिए पेयजल और अन्य इंतजाम सुनिश्चित करने निर्देश दिए जाएंगे।