दिल्ली से वाराणसी तक प्रस्तावित उच्च गति रेल गलियारे को नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जोड़ने की तैयारी है। बताया गया है कि ‘हाई स्पीड रेल कारपोरेशन लिमिटेड’ ने इस परियोजना के तहत नोएडा हवाई अड्डे के परिवहन केंद्र (ट्रांसपोर्ट सेंटर) पर एक स्टेशन बनाए जाने की अस्थायी मंजूरी दी है। माना जा रहा है कि इससे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक पहुंच जल्द और आसान होगी। जिसका फायदा यात्रियों को मिलेगा। साथ ही रेल गलियारे से जुड़ा यह पहला हवाई अड्डा बन जाएगा।

यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि स्टेशन को लेकर सहमति बनी है। इस परियोजना को लेकर आगामी चरणों में जमीन आबंटन व प्रारूप मसौदे को लेकर विस्तृत चर्चा करेगा। जनपद गौतमबुद्ध नगर में इस गलियारे के तहत दो स्टेशन प्रस्तावित हैं, जिसमें नोएडा सेक्टर-148 और नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का सेक्टर 21 शामिल है।

दस एकड़ में लगेगा डेयरी संयंत्र

इस स्टेशन को परिवहन केंद्र के हिस्से के रूप में बनाया जाएगा। यहीं से यात्रियों को मेट्रो, बस, टैक्सी और अन्य परिवहन सेवाओं का सीधा फायदा मिलेगा। दिल्ली-वाराणसी उच्च गति रेल गलियारा हरियाणा के रुंधी से शुरू होकर उत्तर प्रदेश के जनपद बुलंदशहर के चोला तक प्रस्तावित है। इसी मार्ग में गौतमबुद्ध नगर का भी हिस्सा आता है, जिससे हवाई अड्डे को जोड़ने की योजना बनाई गई है।

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नोएडा के फेज-टू स्थित पराग डेयरी संयंत्र को अब यीडा में स्थानांतरित किया जाएगा। हवाई अड्डे के पास स्थापित होने वाले इस डेयरी संयंत्र को उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है। इसके लिए यीडा के सेक्टर- 32 में दस एकड़ जमीन आबंटित की गई है। यहां रोजाना चार लाख लीटर दूध आपूर्ति की क्षमता होगी। कुछ महीने पहले ही भारत सेमीकंडक्टर मिशन के तहत एचसीएल और फोक्सकोन ने 3700 करोड़ के निवेश को लेकर करार किया है।