नोएडा में वाहन चालकों द्वारा चालान जमा न करने की समस्या लगातार गंभीर होती जा रही है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, जिले में 2022 से 2025 के बीच किए गए करीब 67 लाख चालान अब तक लंबित हैं। लोगों को उम्मीद है कि सरकार भविष्य में फिर से चालान माफ कर देगी, इसीलिए वे जानबूझकर जुर्माना नहीं भर रहे हैं। इस उदासीनता से न सिर्फ यातायात नियमों का उल्लंघन बढ़ रहा है, बल्कि राजस्व को भी भारी नुकसान हो रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि चालान न भरने के पीछे दो बड़े कारण हैं-पहला, जागरूकता की कमी और दूसरा पूर्व में की गई चालान माफी की नीति। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 2017 से 2021 तक के चालान माफ किए जा चुके हैं, जिससे वाहन मालिकों में यह धारणा बन गई है कि भविष्य में भी ऐसा होगा।
चालान निपटारे के लिए लोक अदालतों का आयोजन
चालान निपटारे के लिए लोक अदालतों का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन लोगों की इसमें भी रुचि कम दिख रही है। इस साल मार्च, जुलाई और सितंबर में तीन लोक अदालतें हुईं, जिनमें सिर्फ 11 लाख चालानों का ही निस्तारण हो सका, जबकि इस वर्ष अब तक 18 लाख नए चालान किए जा चुके हैं। यानी पुराने चालानों का निस्तारण ठीक से हो नहीं पा रहा है और यातायात पुलिस द्वारा नए चालान लगातार किए जा रहे हैं। अहम है कि एक दिन में औसतन सात हजार चालान किए जा रहे हैं और माह के अंत तक यह आंकड़ा दो लाख के पार चला जाता है।
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वहीं माह में भुगतान की बात करें तो 10 हजार चालानों का भुगतान भी ठीक से नहीं किया जा रहा है। स्थिति को सुधारने के लिए यातायात पुलिस ने तीन लाख वाहनों की पहचान की है जिन पर पांच से अधिक चालान लंबित हैं। ऐसे वाहनों की आरसी निलंबित की जा रही है। इसके अलावा, 4,000 से ज्यादा ड्राइविंग लाइसेंस भी निलंबन की प्रक्रिया में हैं।
कोर्ट में लंबित ई-चालान अब स्वत: समाप्त माने जाएंगे
पूर्व में माफ किए गए चालानों को पोर्टल से हटाने के लिए परिवहन आयुक्त ने निर्देश दिए हैं। परिवहन विभाग द्वारा आनलाइन रूप से किए गए चालानों पर यह नियम लागू होगा। ऐसे करीब 26 हजार चालान हैं जो अभी भी पोर्टल पर दिखाई दे रहे हैं। इन चालानों को हटाने के निर्देश परिवहन आयुक्त ने दिए हैं। यह चालान 1 जनवरी 2017 से 31 दिसंबर 2021 के बीच काटे गए हैं। ऐसे पुराने और कोर्ट में लंबित ई-चालान अब स्वत: समाप्त माने जाएंगे।
इसको लेकर डीसीपी यातायात प्रवीण रंजन सिंह बताते हैं कि नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई की जा रही है और जो भी लोग जुर्माने को नहीं भर रहे हैं ऐसे वाहन मालिकों को चिन्हित किया जा रहा है इनपर भी कार्रवाई की जाएगी।
भेजे गए चालान
कुल लंबित चालान: 67 लाख
अदालत भेजे गए: 53 लाख
अभी लंबित (अदालत में नहीं गए): 13 लाख