Bihar Politics: बिहार के नए कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह को लेकर हुए नए खुलासे से हड़कंप मच गया है। मंगलवार को कार्तिकेय को अपहरण के एक मामले में दानापुर कोर्ट में सरेंडर करना था, लेकिन वो शपथ लेने राज भवन पहुंच गए। इससे नीतीश सरकार की बहुत किरकिरी हो रही है।

एक तरफ मुख्यमंत्री इस मामले से बचते नजर आए और कहा कि उन्हें वारंट के बारे में कोई जानकारी नहीं है। तो दूसरी तरफ कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह ने अपने बचाव में बेतुकी सफाई दी है। वहीं, इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी नीतीश सरकार पर हमलावर हो गई है और आरोप लगा रही है कि बिना जांच किए ऐसे शख्स को मंत्रिपरिषद में कैसे शामिल कर लिया।

बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि आपने कैसे उन्हें शपथ दिलवा दी। आपने ऐसे व्यक्ति को मंत्री बनाने का कैसे सोच लिया क्योंकि जब किसी को मंत्री बनाया जाता है तो पुलिस वेरिफिकेशन होता है और पुलिस की पूरी रिपोर्ट मंगवाई जाती है।

उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री को ऐसे लोगों को बिना देरी किए बर्खास्त कर देना चाहिए।” रामानंद यादव, सुरेंद्र यादव और ललित यादव का नाम गिनाते हुए उन्होंने कहा कि कार्तिकेय सिंह ही नहीं नीतीश के मंत्रिमंडल में कई बाहुबली हैं। सुशील मोदी ने आगे कहा कि चंद्रशेखर यादव, जिन्हें शिक्षा मंत्री बनाया गया है उन्हें 4 कारतूस के साथ 2 साल पहले दिल्ली हवाई अड्डे पर पकड़ा गया था।

बीजेपी नेता ने यह भी कहा कि नीतीश ने मंत्रिपरिषद में ऐसे लोगों की भरमार कर दी है, जिससे लोगों को लग रहा है कि फिर कहीं बिहार लालू प्रसाद यादव के दौर में लौटकर ना चला जाए।

रविशंकर प्रसाद क्या बोले

बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद का कहना है कि साल 2017 में पटना हाई कोर्ट ने कार्तिकेय सिंह की अग्रिम जमानत की याचिका खारिज कर दी थी और सरेंडर करने को कहा था। इसके बावजूद एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज ने उनकी अग्रिम जमानत की याचिका पर सुनवाई की। रविशंकर प्रसाद ने सवाल उठाया कि जज ने उनकी याचिका पर सुनवाई क्यों की।

आरके सिंह बोले- बिहार में शुरू हो गया जंगल राज

केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने इस मामले को शर्मनाक बताते हुए कहा कि बिहार में जंगल राज शुरू हो गया है। उन्होंने कहा, “मैं भी बिहार से हूं और वहां जो हो रहा है वो शर्मनाक है। कानून मंत्री खुद अपहरण के मामले में फरार हैं। वो एक डॉन अनंत सिंह के राइट हैंड हैं। क्या मुख्यमंत्री को इस बार में कुछ नहीं पता? कार्तिकेय सिंह को बर्खास्त कर देना चाहिए।”

कार्तिकेय सिंह ने दी सफाई

राजद विधायक कार्तिकेय सिंह ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि उनके खिलाफ कोई वारंट जारी नहीं किया गया है। बता दें कि कार्तिकेय को आरजेडी के बाहुबली अनंत सिंह का बेहद करीबी माना जाता है।

2014 के अपहरण मामले में जारी हुआ वारंट

कार्तिकेय सिंह के खिलाफ साल 2014 में अपहरण का केस दर्ज हुआ था। उन पर आरोप है कि एक बिल्डर की हत्या के इरादे से उन्होंने अपहरण की साजिश की थी। उनके खिलाफ 14 जुलाई, 2022 को वारंट जारी किया गया था और 16 अगस्त को कोर्ट में सरेंडर करने के लिए कहा गया था, लेकिन वो नहीं पहुंचे।