Bihar Floor Test: बिहार में सियासी घमासान के बाद जेडीयू आखिरकार एनडीए से अलग हो गई और अब एक बार फिर से नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की कमान संभाल ली है। 24 अगस्त को बिहार विधानसभा का विशेष सत्र 24 शुरू होगा। 24 अगस्त को विधानसभा में महागठबंधन सरकार विश्वासमत हासिल करने के लिए फ्लोर टेस्ट होगा। इसके पहले बुधवार को महागठबंधन सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक हुई थी।
इसके पहले बुधवार (10 अगस्त) को बिहार के मुख्यमंत्री पद की आठवीं बार शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार ने पीएम मोदी और बीजेपी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि 2014 में जो आए, वो 2024 में रह पाएंगे या नहीं यह देखने वाली बात होगी। नीतीश ने यहां तक कह दिया कि हम रहें या न रहें, लेकिन वो 2024 नहीं रहेंगे। नीतीश ने पूरे इस दौरान पूरे विपक्ष से एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा था कि मोदी के खिलाफ सब एकजुट हों।
पहले की तरह मंत्रियों की संख्या पर बंटवारा
बिहार की दूसरी बार बनी महागठबंधन सरकार में इस बार भी मंत्रियों की संख्या के साथ ही विभागों का बंटवारा भी तय हुआ है। जानकारी के मुताबिक जेडीयू के पास मंत्रियों की संख्या और विभागों की जिम्मेदारी पहले की तरह से ही है वही स्थिति महागठबंधन सरकार में भी बरकरार रहेगी। जबकि बीजेपी कोटे के बचे बाकी विभाग महागठबंधन के खेमे में जाएगा।
Chief Minister नहीं बनना चाहते थे नीतीश
नीतीश कुमार ने कहा था साल 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद वो मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे, लेकिन उन्हें दबाव में लेकर मुख्यमंत्री बनाया गया। नीतीश ने ये भी कहा था कि पिछले दो-तीन महीने से मैं मीडिया से भी बात नहीं कर रहा था। पिछले कुछ महीनों से सबकुछ ठीक नहीं था, कल हमारी बैठक हुई और एनडीए से बाहर निकलने का फैसला ले लिया गया। उन्होंने कहा कि 2015 में हम क्या थे और जब उनके साथ गए तब क्या हो गए, ये सब किसी से छिपा नहीं है।