बिहार विधानसभा की कार्यवाही चल रही है। इस बीच गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आरजेडी के विधायक पर भड़क गए। दरअसल आरजेडी विधायक कृष्ण मोहन यादव मोबाइल पर प्रश्न पढ़ रहे थे। उसको देखकर नीतीश कुमार गुस्सा हो गए। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव से कहा कि मोबाइल पर प्रतिबंध लगाइए। नीतीश कुमार ने कहा कि जो भी मोबाइल लेकर आए, उसे बाहर निकाल दीजिए और पहले ऐसा होता था। यह पिछले 5-6 साल से शुरू हुआ है।
पहले हम भी खूब देखते थे- नीतीश कुमार
नीतीश कुमार ने कहा, “यह सब मोबाइल पर देखकर पढ़ रहे हैं। पहले सब प्रतिबंध था लेकिन अब मोबाइल पर देखकर पढ़ रहे हैं। यह कोई बात है। आप (विधानसभा अध्यक्ष) प्रतिबंध करिए कि कोई मोबाइल लेकर नहीं आएगा। यह 5-6 साल से शुरू हुआ। 10 साल नहीं, बल्कि उससे पहले ही धरती खत्म हो जाएगा। आप सब उसको बिना देखे पढ़िए। पहले हम भी खूब देखते थे, लेकिन जब 2019 में समझ गया कि गड़बड़ होने वाला है, तब हमने बंद कर दिया।”
नीतीश कुमार ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष को मोबाइल लाने पर प्रतिबंध लगाना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह सब प्रतिबंधित है, आपको याद दिलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आजकल मोबाइल से पढ़ रहे हैं, अरे अपनी तरफ से बोलिए ना, मोबाइल से क्यों पढ़ रहे हैं?
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एक बार लगा दी थी अधिकारी को डांट
बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि नीतीश कुमार मोबाइल के इस्तेमाल पर भड़के हैं। इसके पहले भी वह कई बार सरकारी कार्यक्रमों में अधिकारियों पर मोबाइल के इस्तेमाल को लेकर भड़क गए थे। एक बार ऐसे ही जनता दरबार में मामला सामने आया था, जब अधिकारी मोबाइल पर व्यस्त थे। इस दौरान मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे अधिकारी को नीतीश कुमार ने सार्वजनिक रूप से डांट लगा दी थी।
इस बीच बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार पूर्व सीएम रावड़ी देवी पर भड़क गए। दरअसल विपक्ष कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेर रहा था। इसी दौरान सीएम नीतीश ने कहा कि हर अपराध के घटना की सख्ती से जांच होगी। इस दौरान उन्होंने लालू यादव के शासनकाल की याद दिला दी, जिससे सदन में हंगामा होने लगा।