सुरक्षा अधिकारियों के बीच शनिवार (21 मई) अपराह्न उस समय अफरातफरी मच गयी जब एक व्यक्ति ने उन्हें फोन कर दावा किया कि उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के आवासों पर बम लगा दिया है। बाद में यह कॉल अफवाह साबित हुई। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दोपहर में करीब साढे 12 बजे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के नियंत्रण कक्ष में एक फोन आया और एजेंसी ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। बम निष्क्रिय दस्तों के साथ कई टीमें प्रधानमंत्री के सात, रेसकोर्स रोड आवास तथा सिविल लाइंस स्थित केजरीवाल के आवास पर भेजी गयीं।

उन्होंने बताया कि दोनों स्थानों पर गहन तलाशी ली गई लेकिन कुछ नहीं मिला। यह कॉल अफवाह थी। दिल्ली पुलिस के आतंकवाद विरोधी इकाई के विशेष प्रकोष्ठ को भी इसकी सूचना दी गयी। अधिकारी ने बताया कि यह कॉल ‘वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकाल’ (वीओआईपी) के जरिए किया गया था और कॉल करने वाले का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस सिलसिले में एक मामला दर्ज किए जाने की भी संभावना है।

इसी सप्ताह पहले भी एक व्यक्ति ने पुलिस नियंत्रण कक्ष को फोन कर राष्ट्रपति भवन तथा मध्य दिल्ली में अज्ञात स्थानों पर बम रखने की धमकी दी थी।