2019 के लोकसभा चुनाव से पहले केन्द्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ मोर्चा बनाने के कोशिश में ममता बनर्जी तीन दिनों की दिल्ली प्रवास पर हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार (27 मार्च) को राकांपा प्रमुख शरद पवार तथा तेदेपा, सपा, राजद, बीजद, नेकां के साथ साथ राजग की घटक शिवसेना के नेताओं से भी मुलाकात की। एनसीपी के एक वरिष्ठ नेता कहा कि ममता बनर्जी ने कहा कि विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए एक गैर कांग्रेसी संघीय मोर्चा बनाया जाना चाहिए। उन्हें लगता है कि अगर कांग्रेस विपक्षी मोर्चा का हिस्सा बनेगी तो बीजद, तेदेपा जैसे कई दल गठबंधन में शामिल नहीं होंगे। लेकिन उन्होंने राकांपा नेता से अन्य विपक्षी दलों के विचार जानने के लिए उनसे बात करने का अनुरोध भी किया।

ममता ने हुंकार भरी और कहा कि बीजेपी को अब-अपना बोरिया बिस्तर समेट लेना चाहिए। दिल्ली में ममता की सक्रियता को बीजेपी के विरोध से जोड़कर देखा जा रहा है। लेकिन मंगलवार को ममता केन्द्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के साथ काफी की चुस्कियां लेती नजर आईं। बीजेपी विरोध के लिए दिल्ली आई ममता को बीजेपी नेता के साथ काफी पीता देखकर लोग माजरा नहीं समझ सके।

दरअसल ममता बनर्जी के दौरे की पूरी प्लानिंग टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन के हवाले थी। वहीं शेड्यूल तय कर रहे थे और सिटिंग अरेंजमेंट देख रहे थे। हालांकि इसका कोई फायदा नहीं दिखा। तृणमूल के संसदीय कार्यालय में ममता वहां नहीं बैठी जहां डेरेक ओ ब्रायन लोगों को बताकर गये थे। मंगलवार को एक वक्त ऐसा भी आया जब ममता बनर्जी केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के साथ कॉफी पी रहीं थीं और ब्रेड के स्लाइस खा रहीं थी। जिसने भी ममता को यहां देखा वे उनका मकसद नहीं समझ सके। ममता बनर्जी आज भाजपा से बागी रुख अख्तियार कर चुके नेताओं  शत्रुघ्न सिन्हा, यशवन्त सिन्हा और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरूण शौरी से भी मुलाकात करने वाली हैं। ममता बनर्जी आज यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी से मिलने जा रही हैं।