निर्भय कुमार पांडेय
होली से पहले लोकसभा चुनावों की घोषणा हो चुकी है। होली के बाद लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान होगा। यही कारण है कि इस साल की होली पर भी चुनावी रंग पूरी तरह से चढ़ चुका है। मोदी और योगी के साथ कुछ विपक्षी नेताओं के नाम की पिचकारियां भी दिल्ली के बाजारों में उपलब्ध हैं। पर ग्राहकों को मोदी-योगी वाले एक खास तरह की पिचकारी कहीं अधिक पसंद आ रही है। इस पिचकारी के जरिए लोगों से ‘2019 में यूपी जीतने’ की अपील की जा रही है। लक्ष्मी नगर बाजार के विक्रेता रमेश गुप्ता ने बताया कि इस साल होली चुनावों से ठीक पहले है। यही कारण है कि इस पर चुनावी रंग साफ दिख रहा है। जहां गत साल सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई नेताओं के फोटो लगी पिचकारियां बाजार में उपलब्ध थी, वहीं इस साल सबसे अधिक मोदी-योगी के फोटो लगी हुई पिचकारियां ग्राहकों को पसंद आ रही हैं। विपक्षी नेताओं की फोटो लगी पिचकारी उपलब्ध तो हैं, लेकिन उनकी मांग कम है। बाजार में देशभक्ति का संदेश देने वाली और हीरो हीरोइन के फोटो वाली पिचकारियां भी बिक रही हैं।
इस साल बच्चों के लिए खास पिचकारियां बाजार में 50 से लेकर 1000 रुपए तक में बेची जा रही हैं। बच्चों की आंखों में रंग या पानी न चला जाए। इसका ध्यान रखते हुए एक खास तरह की पिचकारी भी बाजार में बेची जा रही हैं, जिसे आइ प्रोटेक्टर (आंखों की बचाव के लिए) नाम दिया गया है। इसकी कीमत 50 रुपए है। मयूर विहार फेस तीन निवासी हिमांशु ने बताया कि इस पिचकारी से बच्चों की आंखों में रंग जाने का डर खत्म हो जाएगा।
दुकानदार राम कुमार ने बताया कि कुछ लोग होली खेलना चाहते हैं, लेकिन उन्हें डर लगता है कि रंग की वजह से उनके त्वचा खराब हो जाएगी। बाजार में चंदन और हर्बल रंग भी उपलब्ध हैं, जिससे त्वचा को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। राम कुमार ने बताया कि मंगलवार से बाजार में खरीदारों की संख्या बढ़ने का अनुमान है। हालांकि, पिछले साल की तुलना में इस बार थोक में माल महंगा मिला है। इस कारण उन्हें डर सता रहा है कि इसका असर कारोबार पर पड़ सकता है।
बाजार में इस साल चाइनीज पिचकारियां न तो उपलब्ध हैं और न ही इसकी मांग है। पर चाइनीज गुब्बारे अब भी बाजार में उपलब्ध है और उनकी मांग हैं। दुकानदारों ने बताया कि इस साल एक खास तरह का गुब्बारा उपलब्ध है, जिसमें रंग भरने के बाद एक डिवाइस की मदद से वह अपने आप बंद हो जाएगा। गुब्बारे को बांधने की जरूरत नहीं होगी।
बाजार में इस साल कई तरह की टोपियां बिक रही हैं। कुछ में खास तरह के बाल लगे हैं। विक्रेता संदीप रैनवाल ने बताया कि इन टोपियां का फायदा यह है कि होली खेलने के दौरान सिर में रंग और गुलाल न पड़े। कई बार देखा गया है कि सिर में रंग डालने के बाद लोगों के सिर में दर्द होने लगता है। इन टोपियों को पहनने के बाद लोगों को इस प्रकार की समस्या से दो-चार नहीं होना पड़ेगा।
राजधानी में सदर बाजार के अलावा, लक्ष्मी नगर, कृष्णा नगर, शाहदरा, मौजपुर, सीलमपुर, सत्य निकेतन, त्रिलोकपुरी, न्यू कोंडली, बदरपुर, जैतपुर, गोविंदपुरी, लाजपत नगर, सरोजनी नगर, उत्तम नगर, राजौरी गार्डन, नारायणा, मादीपुर, पीरागढ़ी, रोहिणी, द्वारका मोड़, नजफगढ़, नरेला, बवाना और अलीपुर के अलावा स्थानीय बाजारों में पिचकारियां, गुब्बारे, विभिन्न प्रकार के रंग, गुलाल उपलब्ध हैं, जिन पर चुनावी रंग साफ नजर आ रहा है।