दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग द्वारा बड़ा गेट लगाया जा रहा है और इलाके को फ्लैगस्टाफ कॉलोनी में बदला जा रहा है। करीब 3 महीने पहले बीजेपी सांसद और युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या की अगुवाई में करीब 200 कार्यकर्ता अरविन्द केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे थे और वहां लगे पुलिस बैरिकेडस को उन्होंने तोड़ दिया था।

पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, “हम मुख्यमंत्री आवास पर सुरक्षा घेरा बढ़ाने के साथ-साथ प्रदर्शनकारियों को इलाके में प्रवेश करने से रोकने के लिए सड़क के दोनों ओर बड़े लोहे के गेट बना रहे हैं। तीन-चार दिन पहले काम शुरू हुआ था। फिलहाल सिविल लाइंस की तरफ राजपुर रोड पर गेट लगाया जा रहा है और दूसरी तरफ जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। ये गेट बड़े, मजबूत और ऊंचे होंगे।”

30 मार्च को दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था और इस दौरान पुलिस बैरिकेट्स और सीसीटीवी कैमरे को भी तोड़ा गया था। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर भी दर्ज की थी और 8 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया गया था। बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था। इसके बाद आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की थी और रिटायर्ड हाईकोर्ट के जज की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन कर घटना के जांच की मांग की थी।

सिविल लाइन्स एसोसिएशन के एक आरडब्ल्यूए सदस्य आमोद शर्मा ने द इंडियन एक्सप्रेस से पुष्टि करते हुए बताया कि उन्होंने संबंधित एजेंसियों को एक पत्र लिखा था और दिल्ली पुलिस के साथ समन्वय किया था। उन्होंने कहा, “सिविल लाइंस के अन्य इलाकों में गेटेड कॉलोनियां हैं, लेकिन फ्लैगस्टाफ रोड नहीं जहां 30-40 घर हैं। सीएम आवास के बाहर ये सभी विरोध अन्य निवासियों के लिए समस्याएँ पैदा करते हैं, लेकिन हम उम्मीद कर रहे हैं कि इन गेटों को स्थापित करने के बाद इसका समाधान हो जाएगा। इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री यहां कभी नहीं रुकते थे। यह पहली बार है जब हमारे मुख्यमंत्री यहां रह रहे हैं।”

सूत्रों ने कहा कि दिल्ली पुलिस की सुरक्षा शाखा ने भी हमले के बाद सुरक्षा ऑडिट किया और सीएम आवास पर सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ा दी थी। एक अधिकारी ने कहा, “हमने एक और पीसीआर वैन तैनात की है। मोटर पुलिस वाहनों के स्थान बदले हैं और मुख्यमंत्री के आवास की सुरक्षा के लिए एक समर्पित रिजर्व फोर्स बनाने की योजना पर काम कर रहे हैं।”