दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति को लेकर हंगामा मचा हुआ है। बीजेपी और आम आदमी पार्टी दोनों ही दल इस मुद्दे पर आमने-सामने हैं। वहीं इस मामले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ‘किंगपिन’ और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को ‘आरोपी’ बताते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि आम आदमी पार्टी इस मुद्दे पर भाजपा द्वारा उठाए गए प्रमुख सवालों का जवाब नहीं देना चाहती। उन्होंने कहा की AAP की आदत हो गई है कि गोली मारो और भाग जाओ।
अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, “मैं अब भी कहता हूं कि अरविंद केजरीवाल किंगपिन हैं। मैं इसे जिम्मेदारी के साथ कहता हूं। वह मुख्यमंत्री हैं। जब आपके एक मंत्री पर आरोप लगे तो जिम्मेदारी कौन लेगा? AAP उच्च और निम्न की पार्टी है। शराब, झूठ और छल पर उच्च और नैतिकता पर निम्न। गोली चलाना और भाग जाना, इनकी आदत सी हो गई है।”
एक बार फिर अनुराग ठाकुर ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “क्या मुझे उन पांच सवालों के जवाब मिले हैं जो हमने उन पर शराब घोटाले को लेकर उठाए हैं? मुझे भाजपा सांसद होने के नाते शराब घोटाले पर सवाल पूछने का अधिकार है। लेकिन घोटाले के आरोपी (उपमुख्यमंत्री) मनीष सिसोदिया और शराब घोटाले के सरगना अरविंद केजरीवाल ने पिछले पांच-सात दिनों से एक शब्द भी नहीं कहा।”
अनुराग ठाकुर ने कहा कि भ्रष्टाचार पर भाजपा और उसके नेता दोनों सवाल उठाएंगे। उन्होंने कहा, “जब वे लूट रहे हैं, तो हमें सवाल उठाना होगा क्योंकि भ्रष्टाचार है। उनके पहले स्वास्थ्य मंत्री (सत्येंद्र जैन) जेल में हैं, पंजाब में उनके स्वास्थ्य मंत्री (विजय सिंगला) जेल में हैं। आबकारी मंत्री (सिसोदिया) आरोपी हैं। उन्होंने जो भ्रष्टाचार किया है, उसके बावजूद उन्होंने शालीनता की सारी हदें खो दी हैं क्योंकि वे सत्ता के नशे में हैं। वे सवालों का जवाब नहीं दे रहे हैं।”
अनुराग ठाकुर ने कहा, “सबूत दिल्ली सरकार के दस्तावेजों में है। नीति से विचलन क्यों हुआ? उन्होंने (विशेषज्ञ पैनल) 25 अक्टूबर, 2021 को नोटिस दिया गया था, क्या कार्रवाई की गई? स्पष्ट सिफारिशें थीं कि निर्माता, खुदरा विक्रेता और वितरक एक नहीं हो सकते। कमीशन (सरकार के लिए) दो से बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दिया गया।”
Koo Appशराब स्कैम में AAP का चेहरा बेनक़ाब हुआ है। आरोपी नम्बर 1, मनीष सिसोदिया जी की बातों में किताब कर्मों में शराब है। इनसे पाठशाला बनी नहीं, मधुशाला में कमी नहीं।View attached media content– Anurag Thakur (@ianuragthakur) 26 Aug 2022
अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया कि जब गरीब लोग दिल्ली से (कोविड लॉकडाउन के दौरान) भाग रहे थे, दिल्ली सरकार ने शराब विक्रेताओं को 144 करोड़ रुपये (छूट के रूप में) दिए थे। इसे दिल्ली के खजाने में जाना चाहिए था। उन्हें वापस क्यों किया गया? अगर यह इतनी अच्छी नीति थी, तो इसे वापस क्यों लिया गया?