दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को गिरफ्तार किया। ईडी ने यह कार्रवाई कोलकाता स्थित एक कंपनी से जुड़े हवाला लेनदेन के एक मामले में की है। इस कार्रवाई से करीब एक महीने पहले सत्येंद्र जैन की 4.81 करोड़ रुपए की संपत्ति ईडी ने जब्त कर ली थी। वहीं आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने स्वास्थ मंत्री जैन के बचाव में उतर आए हैं।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा अपने मंत्री सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी पर केंद्र के खिलाफ हमला बोलते हुए कहा कि मामला पूरी तरह से फर्जी और राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी और सरकार कट्टर ईमानदार है। इसके साथ ही केजरीवाल ने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियों के कई मामले जिन पर वे कार्रवाई करते हैं, वे राजनीति से प्रेरित होते हैं।”

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सत्येंद्र जैन के ऊपर लगे मामलों का बचाव करते हुए कहा, “मैंने सत्येन्द्र जैन के खिलाफ मामले का अध्ययन किया है। यह पूरी तरह से फर्जी है और उन्हें जानबूझकर राजनीतिक कारणों से फंसाया जा रहा है। हमें न्यायपालिका में विश्वास है। सत्येन्द्र जैन सत्य के मार्ग पर चल रहे हैं और पाक साफ होकर बाहर आएंगे।

केजरीवाल ने पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला की बर्खास्तगी का उदाहरण देते हुए कहा, “आपने देखा कि पंजाब में एक मंत्री की ऑडियो रिकॉर्डिंग थी, जिसके बारे में किसी भी जांच एजेंसी या विपक्षी दल को कोई जानकारी नहीं थी। हम चाहते तो मामले को दबा भी सकते थे लेकिन हमने अपने दम पर उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी और उसे गिरफ्तार कर लिया।”

बता दें कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी सत्येन्द्र जैन का बचाव करते हुए ट्वीट कर लिखा, “सत्येंद्र जैन के ख़िलाफ़ 8 साल से एक फ़र्ज़ी केस चलाया जा रहा है। अभी तक कई बार ईडी बुला चुकी है। बीच में कई साल ईडी ने बुलाना भी बंद कर दिया था क्योंकि उन्हें कुछ मिला ही नहीं। अब फिर शुरू कर दिया क्योंकि सत्येंद्र जैन हिमाचल के इलेक्शन इंचार्ज हैं। हिमाचल में भाजपा बुरी तरह से हार रही है। इसलिए सत्येंद्र जैन को गिरफ़्तार किया गया है, ताकि वो हिमाचल न जा सकें। वे कुछ दिनों में छूट जाएँगे, क्योंकि केस बिलकुल फर्जी है।”