दिल्ली एनसीआर में गर्मी से लोग बेहाल हैं। लू की आशंका को देखते हुए मौसम विभाग ने सात दिन के लिए पीली चेतावनी जारी की है। दिल्ली में बुधवार को पारा औसत से पांच डिग्री की उछाल के साथ 40 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं 42 डिग्री सेल्सियस के साथ स्पोर्ट्स कांप्लेक्स दिल्ली में सबसे गर्म स्थान रहा। पीतमपुरा व रिज में पारा 41 के पार रहा। मौसम विभाग के अनुसार, कम से कम एक सप्ताह तक गर्मी से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है।

मौसम विभाग ने अनुमान लगाया था कि बुधवार को दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक या सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक रहेगा। यह करीब 39.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। तापमान 40 डिग्री या इससे अधिक होने पर गर्म हवाओं को लू घोषित किया जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि शुष्क पश्चिमी हवाओं के चलने से बारिश के अभाव के कारण गर्मी अधिक बढ़ गई है। दिल्ली में मार्च में बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई थी, ऐसा 2018 के बाद पहली बार हुआ है। आमतौर पर मार्च में औसतन 15.9 मिमी बारिश होती है।

दिल्ली में बुधवार को न्यूनतम तापमान औसत से एक डिग्री कम 18.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि हवा में नमी करीब न के बराबर यानी 16 फीसद दर्ज की गई। दिल्ली में भीषण लू के जारी रहने का विभाग ने अनुमान लगाया था। आगे अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है। वहीं शनिवार तक यह 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। मार्च के आखिरी सप्ताह से ही दिल्ली में लू चल रही है और अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लंबे समय तक मौसम शुष्क रहने के कारण उत्तर-पश्चिम भारत में गर्मी बढ़ गई है।

तापमान में इजाफा होने के साथ बिजली की मांग में बढ़ोतरी : तापमान बढ़ने के साथ ही दिल्ली में बिजली की मांग में भी लागातार बढ़ोतरी हो रही है। बिजली की अधिकतम मांग जहां मंगलवार दोपहर बाद 3:47 बजे 4673 मेगवाट दर्ज की गई थी। वहीं बुधवार को दोपहर बाद 3:25 बजे 4762 मेगावाट दर्ज की गई थी। इस प्रकार से देखा जाए तो 24 घंटे के भीतर दिल्ली में बिजली की मांग 124 मेगावाट अधिक थी। राजधानी में बीते कई दिनों से बिजली की न्यूनतम मांग भी 3200 मेगावाट के पार है। मंगलवार को न्यूनतम मांग 3264 मेगावाट दर्ज की गई थी। वहीं बुधवार को यह मांग तकरीबन 3382 मेगवाट थी। मांग और आपूर्ति में अंतर रहने से राजधानी के कई इलाकों में बिजली की अघोषित कटौती की गई।

देश में पूरे अप्रैल चलेंगी गर्म हवाएं : मौसम विभाग

लोगों को गर्मी और लू से फिलहाल निजात नहीं मिलने वाली है। इस समय पूर्वोत्तर भारत को छोड़ कर लगभग पूरा देश भीषण गर्मी की चपेट में है। जहां पश्चिमोत्तर व मध्य भारत में भीषण लू के थपेड़े चल रहे हैं, वहीं पहाड़ी इलाकों में भी तापमान सामान्य से 4 से 8 डिग्री ऊपर चल रहा है। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा है पूरे अप्रैल गर्मी सताएगी। उन्होंने अनुमान जताया है कि अधिकतम तापमान 43 से 45 डिग्री तक जा सकता है। भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भीषण गर्मी व लू की स्थिति रहेगी। पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति बनी हुई है। दक्षिण हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश और सौराष्टÑ और कच्छ के कुछ हिस्से भी भीषण लू की चपेट में हैं।

मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान, मध्य प्रदेश और विदर्भ के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान 41-43 डिग्री सेल्सियस के बीच देखा गया। पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों, बिहार, झारखंड और गुजरात के कुछ हिस्सों में और पूर्वी राजस्थान, दिल्ली, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में भी गर्मी की तेज असर देखा गया। इन इलाकों में पारा 41 से 42 डिग्री के आसपास रहा।

महापात्रा ने बताया कि ने इससे पहले यह पूर्वानुमान था कि अप्रैल का महीना मार्च से कहीं अधिक गर्म रहेगा और तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। उन्होंने कहा कि मार्च की तुलना में अप्रैल में भीषण गर्मी वाली परिस्थितियां कहीं अधिक होंगी। कुछ हिस्सों में 15 अप्रैल तक लू जारी रहने की आशंका है। वहीं मौसम विभाग ने एक बयान में कहा कि भीषण गर्मी पड़ने की मौजूदा लहर मुख्य रूप से पश्चिमी राजस्थान और इससे लगे गुजरात के इलाकों व पश्चिम मध्य प्रदेश के ऊपर 27 मार्च से शुरू हुई थी।