Coronavirus in India: देशभर में घातक कोरोना वायरस लगातार अपने पैर पसार रहा है। इस वायरस से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले शहरों में से एक हैं। यहां कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा पंद्रह सौ के पार चला गया है। वायरस के प्रकोप के चलते हजारों बेघर लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे लोगों के पास रहने के लिए ना तो छत है, ना काम है और ना ही खाने के लिए भोजन है। हिंदी अखबार दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस के चलते दिल्ली में यमुना किनारे रह रहे हजारों बेघर काफी मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं।
प्रशासन द्वारा ऐसे लोगों के लिए रैन बसेरे बनाए गए हैं, लेकिन लोग इतने ज्यादा है कि यहां मौजूद रैन बसेरों में मुश्किल से पांच फीसदी ही लोग आ पाते हैं। हालांकि पांच फीसदी लोगों को भी अब परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि हाल के दिनों में गुस्साई भीड़ ने रैन बसेरों को आग के हवाले कर दिया। जिसके बाद कुछ लोगों ने झुग्गियां बना लीं। जिनके पास बिल्कुल धन नहीं है उन्होंने पास की पाइपलाइन के नीचें अपना आशियाना बना लिया। कुछ लोगों ऐसे हैं जो पास के मेट्रो पिलर के नीचे रहने को मजबूर हैं।
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कुल मिलाकर हजारों की तादाद में यहां ऐसे लोग हैं जिन्हें जिनके पास सिर ढंकने के लिए कुछ भी मौजूद नहीं है। कोरोना वायरस के खिलाफ लॉकडाउन के चलते इन लोगों के पास काम नहीं है। काम ना होने के चलते पेट भरने के लिए बहुत से लोग पास में ही निगमबोध घाट से वो गेहूं-चावल उठा लाते हैं जो अंतिम संस्कार की क्रिया में चढ़ाने के बाद लोग वहां छोड़ जाते हैं।
बता दें कि वर्ल्डमीटर की रिपोर्ट के मुताबिक देश में दस हजार से ज्यादा लोगों को कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है। इनमें 358 लोगों की मौत हो चुकी है। 1181 लोग इस वायरस से ठीक होकर घर लौट चुके हैं। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कोरोना के 8914 एक्टिव केस हैं।

