दिल्ली सरकार की नई शराब नीति को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच जंग छिड़ी हुई है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर सीबीआई की छापेमारी हुई, उसके बाद सिसोदिया ने कहा कि उनके पास बीजेपी ने संदेश भेजा कि अगर वह AAP तोड़कर बीजेपी जॉइन कर लेंगे, तो उनके ऊपर से मुक़दमे हटा लिए जाएंगे। वहीं इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी उनकी सरकार को करोड़ों खर्च कर गिराना चाहती है।

शनिवार सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी सरकारें गिराने पर 6300 करोड़ खर्च कर चुकी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “दही, छाछ, शहद, गेहूँ, चावल आदि पर अभी जो जीएसटी लगाई गई, उससे केंद्र सरकार को 7500 करोड़ सालाना मुनाफा आएगा। सरकारें गिराने पर अभी तक इन्होंने 6300 करोड़ रुपए खर्च किया। अगर ये सरकारें ना गिराते तो गेहूँ, चावल, छाछ आदि पर जीएसटी ना लगाना पड़ता। लोगों को महंगाई का सामना ना करना पड़ता।”

शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि गुजरात चुनाव तक झूठे केस का सिलसिला जारी रहेगा। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा था, “जो राष्ट्र विरोधी ताक़तें नहीं चाहती भारत का विकास हो वो दिल्ली सरकार गिराना चाहती हैं। गुजरात चुनाव तक झूठे केस का सिलसिला जारी रहेगा। इन्होंने 5500 करोड़ में 277 एमएलए ख़रीदे। ये पैसा जनता की जेब से गया। जनता का ख़ून चूस दोस्तों के लोन माफ़ और MLA ख़रीदे जा रहे हैं।”

बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि दिल्ली सरकार गिराने के लिए बीजेपी ने 800 करोड़ रुपए रखे हैं। प्रति एमएलए 20 करोड़ और ये 40 एमएलए तोड़ना चाहते हैं। केजरीवाल ने पूछा था कि देश जानना चाहता है कि ये 800 करोड़ रुपए किसके हैं, कहाँ रखे हैं? साथ ही केजरीवाल ने दावा किया कि हमारा कोई विधायक नहीं टूट रहा और सरकार स्थिर है।

अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान सीबीआई की कार्रवाई पर चुटकी ली। अरविंद केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया के घर हुई रेड का जिक्र करते हुआ कहा कि 14 घंटे तक सीबीआई ने रेड की और 35 लोगों की टीम आई थी। लेकिन इस छापेमारी में उनके खाने का खर्च तक भी नहीं निकला।