राज्यसभा की तीन सीटों के लिए दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी में आर-पार की लड़ाई तय हो गई है। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री व पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल और उनके पुराने सखा कुमार विश्वास आमने-सामने आ गए हैं। केजरीवाल ने कुमार का नाम खारिज कर दिया है। वहीं अब कुमार विश्वास के करीबी रह चुके संजय सिंह का नाम चर्चा में है। दूसरी ओर दिल्ली कांग्रेस से हाल ही में इस्तीफा देने वाले एक कारोबारी सुशील गुप्ता को भी संसद भेजे जाने की चर्चा तेज हो गई है। मुख्यमंत्री केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शनिवार को नया साल मनाने परिवार सहित अंडमान के लिए रवाना हो गए। दिल्ली छोड़ने से पहले केजरीवाल ने अपने एक पुराने इंटरव्यू का वीडियो ट्विटर पर डाला जिसमें वे कहते सुने जा रहे हैं कि जिन-जिन लोगों को पद और टिकट का लालच है। वे आज पार्टी छोड़कर चले जाएं। वे गलत पार्टी में आ गए हैं। इससे पहले कुमार विश्वास ने एक ट्वीट कर कहा था कि उनके लिए देश और पार्टी पहले है और व्यक्ति बाद में। हालांकि वे पहले ही राज्यसभा टिकट पर अपनी दावेदारी खुलकर जता चुके हैं।
जाहिर है कि मुख्यमंत्री ने कुमार विश्वास को संदेश दे दिया है कि अगर वे पार्टी छोड़कर जाना चाहते हैं तो जा सकते हैं। केजरीवाल के इस ट्वीट पर कुमार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। सियासी गलियारों में इसके दो मायने निकाले जा रहे हैं। पहला यह कि यह पार्टी में उठने वाले सियासी तूफान से पहले की शांति है और दूसरा यह कि कुमार विश्वास की चुप्पी बता रही है कि उनमें अब इतना दमखम नहीं बचा कि वे पार्टी में अपनी बात मनवा सकें। हालांकि कहा जा रहा है कि अब तक 18 से 20 विधायक उनसे गाजियाबाद स्थित उनके आवास पर मिलकर जा चुके हैं और उन्हें समर्थन का भरोसा भी जता चुके हैं। इस बीच सूत्रों की मानें तो राज्यसभा की एक सीट के लिए जहां पार्टी नेता संजय सिंह का नाम आगे चल रहा है, वहीं दूसरी सीट के लिए प्रदेश कांग्रेस के व्यापारी सेल के चेयरमैन पद से हाल ही में इस्तीफा देने वाले कारोबारी सुशील गुप्ता का नाम भी चर्चा में है। इसी महीने की शुरुआत में उनके बेटे के विवाह समारोह में खुद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने शिरकत की थी। यह भी कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी की ओर से कोई महत्त्वपूर्ण पद दिए जाने के आश्वासन के बाद ही उन्होंने कांग्रेस छोड़ी। कांग्रेस छोड़ते समय उन्होंने पार्टी से किसी किस्म की कोई नाराजगी नहीं जताई थी, बल्कि यही कहा था कि वे अपनी व्यस्तता के मद्देनजर पार्टी और दिए गए पद को छोड़ रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि आप उन्हें राज्यसभा भेज सकती है। तीसरे नाम को लेकर खुलासा अभी नहीं हुआ है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि खुद मुख्यमंत्री केजरीवाल भी राज्यसभा जा सकते हैं।
दिल्ली की तीन सीटों और उत्तर प्रदेश व सिक्किम की एक-एक राज्यसभा सीटों के लिए नामांकन की आखिरी तारीख पांच जनवरी है। 16 जनवरी को मतदान होना है। समझा जा रहा है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल व उपमुख्यमंत्री सिसोदिया के दो जनवरी की रात में अंडमान से लौटने के बाद तीन जनवरी को आम आदमी पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की बैठक होगी और इसी बैठक में तीनों उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगेगी। तीनों उम्मीदवार चार जनवरी को नामांकन भर सकते हैं। आम आदमी पार्टी के राष्टÑीय प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि राज्यसभा की तीनों सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों का फैसला पीएसी की बैठक में होगा। केजरीवाल के वीडियो को लेकर उन्होंने कहा कि उन्होंने यह बात पार्टी में सबके लिए कही है कि जो पद या टिकट के लालच में आएं हैं उन्हें पार्टी छोड़ देनी चाहिए।