एक समय पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अपने आतंक से दहलाने वाले गैंगस्टर अंकित गुर्जर की तिहाड़ जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। जेल अधिकारियों को बुधवार सुबह ही उसका शव मिला। बताया गया है कि फिलहाल गुर्जर की मौत की वजह साफ नहीं है। अधिकारियों ने हत्या के शक से उसकी मौत के मामले में जांच बिठा दी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंकित का शव तिहाड़ में जेल नंबर-3 में मिला। बता दें कि इस कुख्यात गैंगस्टर पर 8 मर्डर करने का आरोप था। उत्तर प्रदेश और दिल्ली पुलिस दोनों ने उस पर इनाम घोषित किया था। जहां यूपी में अपराध के लिए उस पर 1 लाख रुपए का इनाम रखा गया था, वहीं दिल्ली में उस पर 25 हजार का इनाम था। उसे बागपत और दादरी में आतंक का पर्याय माना जाने लगा था।
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अंकित गुर्जर को यूपी पुलिस ने 2015 में गिरफ्तार किया था, लेकिन 2019 में उसे जमानत मिल गई, जिसके बाद वह दिल्ली में रोहित चौधरी गैंग में शामिल हो गया। दोनों ने चौधरी-गुर्जर गैंग बनाने के बाद अपना नेटवर्क दक्षिण दिल्ली तक बढ़ा लिया। दिल्ली पुलिस ने पिछले साल सितंबर में गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया, तब तक यूपी पुलिस ने उसे मोस्ट वॉन्टेड अपराधी घोषित कर दिया था।
बताया जाता है कि जब अंकित गुर्जर पकड़ा गया, तब तक उसके गैंग में बड़ी संख्या में दिल्ली के अपराधी शामिल हो चुके थे। इस गैंग के राजस्थान के नीमराणा में छिपे होने की बात भी सामने आई थी। रोहित चौधरी और अंकित भी अपने गैंग के साथ काफी समय यहां छिपे थे।
अंकित गुर्जर के परिवार की ओर से आरोप लगाया गया है कि उसका मर्डर किया गया है। हालांकि, अभी तक प्रशासन की ओर से पूरी जानकारी नहीं दी गई है। अंकित गुर्जर पर मर्डर के आरोप, मकोका के तहत केस दर्ज थे। तिहाड़ में उसकी मौत की घटना इसलिए भी बड़ी मानी जा रही है क्योंकि दिल्ली हाईकोर्ट ने इसी साल मई में श्रीकांत रामा स्वामी के जेल में मारे जाने की घटना पर सीबीआई जांच बिठाने का आदेश दिया है। बता दें कि श्रीकांत गोस्वामी को 14 मई 2002 को तिहाड़ की जेल नंबर-2 के बैरक नंबर-4 में मृत पाया गया था।