दिल्ली की आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 के अनुसार प्रति व्यक्ति आय के मामले में दिल्ली, सिक्किम और गोवा के बाद तीसरे स्थान पर है। सर्वे के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 में दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय सालाना आधार पर 16.81 फीसदी बढ़कर 4,01,982 रुपये हो गई। उपमुख्यमंत्री मनीश सिसोदिया ने शुक्रवार को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2021-22 की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश की।
इसके अनुसार दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय 2021-22 में राष्ट्रीय औसत से तीन गुना अधिक थी। दिल्ली के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) में वित्त वर्ष 2021-22 में पिछले वर्ष की तुलना में 17.65 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। यह 9,23,967 करोड़ रुपये है। साल 2021-22 में 1,450 करोड़ रुपये का रिवेन्यू सरप्लस रहा।
आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 के अनुसार दिल्ली में लगभग 93 प्रतिशत घरों में अब पाइप से पानी की आपूर्ति है। गर्मी के मौसम में पानी का उत्पादन 953 मिलियन गैलन प्रतिदिन (एमजीडी) पर लगातार बना हुआ है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा शुक्रवार को विधानसभा में पेश की गई सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 1,200 एमजीडी की अपेक्षित आपूर्ति के मुकाबले इस साल दिल्ली की पानी की मांग बढ़कर 1,505 एमजीडी हो जाएगी।
15,041 किलोमीटर लंबी पाइपलाइनों और लगभग 125 भूमिगत जलाशयों (यूजीआर) के मौजूदा जल आपूर्ति नेटवर्क के माध्यम से लगभग 20 मिलियन आबादी को पानी की आपूर्ति की जाती है। रिपोर्ट में कहा गया “इसके अलावा, जीपीएस लगे स्टेनलेस स्टील के कंटेनरों से कुल 407 नए पानी के टैंकर शहर में पानी की आपूर्ति प्रणाली को बेहतर बनाने में लगे हुए हैं। इनके अलावा लगभग 530 हल्के स्टील के टैंकर (गर्मियों के दौरान) और 250 नए स्टेनलेस स्टील टैंकर पानी की कमी वाले क्षेत्रों में आपूर्ति के लिए मौजूदा बेड़े में जोड़ा जा रहा है।”
60 गैलन प्रति व्यक्ति प्रति दिन (GPCD) के मानदंड के आधार पर, अनुमान के अनुसार 23 मिलियन आबादी को इस महीने 1,380 एमजीडी पानी की आवश्यकता है। इसमें कहा गया है कि सरकार 1,797 अनधिकृत कॉलोनियों में से 1583 (88 फीसदी) को नियमित जलापूर्ति करने में सक्षम रही है, जबकि अब तक 602 को सीवर नेटवर्क से जोड़ा जा चुका है।