दिल्ली विधानसभा चुनाव में धमाकेदार जीत दर्ज करने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) अपनी छात्र इकाई के जरिए राष्ट्रीय राजधानी के शैक्षणिक संस्थाओं खासतौर से दिल्ली विश्वविद्यायल में पैठ बनाने की कोशिश कर सकती है।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव मुख्यधारा के कई राजनीतिज्ञों के लिए ऊपर पहुंचने का रास्ता साबित हुआ है, जिसमें वित्त मंत्री अरुण जेटली, आप विधायक अलका लांबा, भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय माकन शामिल हैं।
बहरहाल, अभी इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है कि आप की छात्र इकाई, छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) संभवत: सितंबर में होने वाले डूसू चुनाव लड़े। सीवाईएसएस के अध्यक्ष अनुपम सिंह यादव ने कहा, ‘अभी तक इसपर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। पार्टी नेतृत्व इस पर जल्दी ही फैसला करेगा।’
बहरहाल, छात्रों की दाखिला प्रक्रिया में मदद करके और छात्र विशिष्ट मुद्दों को उठाकर इसने अपना जनाधार बढ़ाने का काम शुरू कर दिया है, जैसे इसके प्रतिद्वंद्वी आरएसएस की छात्र इकाई एबीवीपी और कांग्रेस की एनएसयूआइ करती है।
यादव ने कहा, ‘हमारा ज्यादा जोर डीयू पर है, क्योंकि वहां हर साल 54000 दाखिले होते हैं। हमने दाखिला प्रक्रिया में छात्रों की मदद करने के लिए अपनी टीमों को 40 कॉलेजों में तैनात किया है। हमने दाखिला प्रक्रिया के दौरान इकाई में 50 नए स्वयंसेवी जोड़े हैं और विभिन्न कॉलेजों में 3500 समर्थक हैं।’
उन्होंने कहा, ‘हमारे पास जेएनयू, आइआइटी दिल्ली और इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय में भी टीमें हैं। हमारी टीमें मुखर्जी नगर इलाके में छात्रों को सिविल सेवा की तैयारी में और लक्ष्मी नगर इलाके में चार्टर्ड अकाउंटेंसी में मदद कर रही हैं।