Kanjhawala Case : राजधानी दिल्ली (Delhi) के सुल्तानपुरी (Sultanpuri) इलाके के कंझावला (Kanjhawala) में कार से घसीटे जाने के कारण 20 साल की लड़की की मौत के मामले में जहां सियासत गरमा रही है, वहीं नित नए खुलासे भी हो रहे हैं। 4 जनवरी की शाम आम आदमी पार्टी (AAP) की ओर से कैंडल मार्च निकाल कर मारी गई लड़की के लिए इंसाफ की मांग की गई और आरोप लगाया गया कि भाजपा (BJP) आरोपी को बचा रही है।
बता दें कि मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों में से एक भाजपा से जुड़ा है। उधर, अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि हादसे के कुछ देर के भीतर ही पुलिस की गाड़ी भी उस रूट पर गई थी। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पुलिस की नौ गाड़ियां भी आरोपी की कार को पकड़ नहीं सकीं।
AAP का कैंडल मार्च
आम आदमी पार्टी (AAP) ने कंझावला (Kanjhawala) मामले मे लड़की को न्याय दिलाने की मांग के साथ दिल्ली जंतर-मंतर पर कैंडल लाइट मार्च निकाला है। आम आदमी पार्टी लगातार इस मामले को लेकर भाजपा पर आरोप लगा रही है। आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने इस दौरान आरोप लगाया कि इस मामले में एक आरोपी भाजपा से जुड़ा हुआ है और भाजपा उसे बचाने का प्रयास कर रही है। हालांकि इस आरोप को लेकर भाजपा के एक वरिष्ठ नेता कहा था कि आरोपी मनोज मित्तल (27) सुल्तानपुरी इलाके का पार्टी पदाधिकारी है और सिर्फ चार दिन पहले उसकी पद पर नियुक्ति हुई थी, बहुत लंबे समय से वह भाजपा से जुड़ा नहीं रहा है।
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नया सीसीटीवी फुटेज सामने आने का दावा
आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक अब इस मामले से जुड़ा एक और सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इस सीसीटीवी फुटेज में वही गाड़ी नजर आ रही है जिसके साथ कथित तौर पर घसीटे जाने से पीड़िता की मौत हुई थी। साथ ही फुटेज में एक पीसीआर वैन भी नजर आ रही है, जिसे पुलिस की वैन बताया जा रहा है । दावा है कि इस सीसीटीवी की फुटेज में आरोपियों की गाड़ी जिस रास्ते से गुजरी है उसके चंद मिनट के बाद पीसीआर वैन गुजरती हुई दिखाई दे रही है।
पुलिस की नौ गाड़ियां भी आरोपियों को पकड़ने में रही नाकाम : सूत्र
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि नौ पुलिस कंट्रोल रूम (पीसीआर) वैन ने आरोपियों की कार का पीछा किया था लेकिन कार को पकड़ने में नाकाम रही। सूत्रों के मुताबिक पुलिस के आपातकालीन नंबर पर कार के साथ घसीटती लड़की को देख गवाह दीपक दहिया ने 20 से अधिक कॉल किए गए थे। जिसके बाद कार की तलाश के लिए करीब नौ पुलिस वैन भेजी गईं, लेकिन सभी उसे खोजने में नाकाम रहीं।
