India First Virtual School BJP Vs AAP: देश के पहले ‘वर्चुअल स्कूल’ को लेकर केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार आमने-सामने आ गई है। आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार (31 अगस्त, 2022) को एक वर्चुअल स्कूल की शुरूआत की। जिसके बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये देश का पहला डिजिटल वर्चुअल स्कूल है।
जिसके बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के एनआईओएस ने केजरीवाल के दावे के सिरे से खारिज करते हुए कहा कि भारत का पहला वर्चुअल स्कूल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (एनआईओएस) द्वारा अगस्त 2021 में केंद्रीय शिक्षा मंत्री द्वारा शुरू किया गया था। एनआईओएस का यह स्पष्टीकरण मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली वर्चुअल मॉडल स्कूल के शुभारंभ के बाद आया।
ओपन स्कूल की तरफ से कहा गया कि वर्तमान में एनआईओएस से संबद्ध 7,000 से अधिक अध्ययन केंद्र हैं, जो अकादमिक सहायता प्रदान कर रहे हैं और 1500 से अधिक अध्ययन केंद्र एनआईओएस वर्चुअल ओपन स्कूल के शिक्षार्थियों को कौशल आधारित व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में सहायता प्रदान कर रहे हैं। इन अध्ययनों द्वारा लाइव इंटरैक्टिव कक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
भाजपा ने कहा- केजरीवाल झूठे नंबर वन
वहीं केजरीवाल के पहले वर्चुअल स्कूल के दावे को लेकर भाजपा नेता ने आशीष सूद ने कहा कि केजरीवाल आपको झूठ नहीं बोलने देंगे। हम आपके हर झूठ का पर्दाफाश करेंगे। उन्होंने कहा कि शराब नीति पर जवाब न देना पड़े, इसलिए बिना किसी बजट एलोकेशन के आप वर्चुअल क्लास की बात ले आए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल कहते हैं कि हम हर काम नंबर वन करता हूं।
सूद ने कहा कि जैसे केजरीवाल ने दिल्ली की जनता के अरबों रुपए नंबर वन चोर की तरह चुराए हैं। इसी तरह यह भी नंबर वन चोरी है। आशीष सूद ने कहा कि उत्तराखंड सरकार 2020 में वर्चुअल स्कूल के बारे में काम कर चुकी है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की नई शिक्षा नीति वर्चुअल विश्वविद्यालय की बात करती है।
बता दें, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में पहले वर्चुअल स्कूल को लॉन्च करते हुए कहा था कि इस वर्चुअल स्कूल में क्लासेज़ पूरी तरह ऑनलाइन होंगी। स्टूडेंट्स अपने घर से ही कक्षा की पूरी पढ़ाई कर सकेंगे। इस स्कूल का नाम ‘दिल्ली मॉडल वर्चुअल स्कूल’ होगा। शुरूआत में इसमें कक्षा 9 से 12 तक की पढ़ाई होगी।
