बहुजन समाज पार्टी के राष्टीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि घोषणा पत्र पर अमल करने का राज्य की सपा सरकार का दावा सफेद झूठ है। मुसलमानों को आबादी के अनुपात में आरक्षण और 17 पिछड़ी जातियों को अनुसुचित जातियों में शामिल कराने के लिए सपा सरकार ने अब तक कुछ नहीं किया है। उन्होंने कहा कि इन झूठे वादों से मतदाताओं को छल कर ही सपा राज्य की सत्ता में आई है।

बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने यहां पत्रकारों से कहा कि समाजवादी पार्टी शुरू से ही मुसलमानों को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करती रही है। लेकिन सपा ने मुसलमानों के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए कभी कुछ नहीं किया है। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि संविधान में संशोधन किए बिना मुसलमानों को आरक्षण देना मुमकिन नहीं है। राज्य के चुनाव में आरक्षण देने की बात कहकर सपा ने जानबूझ कर मुसलमानों को वोटों की खातिर मूर्ख बनाने का काम किया है। इसी तरह राजभर, निषाद, कश्यप, कहार, केवट और धीमर आदि 17 जातियों के लोगों को भी अनुसूचित जातियों में ह्यसम्मिलितह्ण कराने का झांसा दिया गया। यह काम भी संविधान में संशोधन करके केंद्र सरकार ही कर सकती है। प्रदेश की भोली भाली जनता से वोटों की खातिर ऐसे वादे किए गए जिनको पूरा करना राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में ही नहीं है।

उन्होंने आरोप लगाया कि सपा और भाजपा दोनों वोटों की खातिर समाज में सांप्रदायिकता फैलाकर कुर्सी की राजनीति करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में दंगे होते नहीं हैं, भाजपा और सपा के नेता दंगे कराते रहे हैं। अगर सरकार दंगों को सख्ती से रोकना चाहे तो यह मुश्किल काम नहीं है। राज्य में अखिलेश सरकार के समय में जितने दंगे हुए उतने पहले कभी नहीं हुए हैं। भाजपा की तरह सपा को भी इसमें राजनैतिक लाभ नजर आता है। इसलिए अखिलेश सरकार ने दंगों को रोकने के लिए कभी ठोस कार्रवाई नहीं की है।

झूठे वादों से सत्ता में आई सपा ने राज्य में लूटतंत्र कायम कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के खनन और वन माफिया कोई और नहीं, सपा के लोग ही हैं। सपा के माफिया जमीनों पर भी कब्जे कर रहे हैं। सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के लूट खसोट में मशगूल होने के कारण अधिकारी भी बेलगाम होकर जनता का शोषण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में सपा सरकार के चलते सभी वर्गों के लोग परेशान हैं। चीनी मिलें चालू हुए लगभग दो महीने बीत चुके हैं लेकिन अभी तक गन्ने के मूल्य सरकार तय नहीं कर पाई है।

विधानसभा चुनाव 2017 की तैयारी के बारे में बात करने पर उन्होंने कहा कि बसपा तो हर समय चुनाव के लिए तैयार रहती है। उन्होंने कहा कि सपा से लोगों का मोहभंग हो चुका है। उत्तर प्रदेश के चुनाव से पहले भाजपा का तो बिहार की तरह पंजाब, केरल, असम, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु के चुनावों में औंधे मुंह गिरना लगभग तय है। उत्तर प्रदेश के चुनाव में भाजपा की हालत तो काफी खस्ता होगी। उन्होंने कहा कि राज्य के लोग अभी से मायावती को याद कर उसके लौटने का इंतजार कर रहे हैं।