लखनऊ के लुलु मॉल के बाद अब मेरठ के मॉल में नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है। वहीं नमाज पढ़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो सामने आने के बाद अब एक नया विवाद शुरू हो गया है। जिसके बाद हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने मॉल के अंदर हनुमान चालीसा का पाठ किया। नौचंदी थाने के इंस्पेक्टर ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच की जा रही है।
वीडियो मेरठ के सोहराब गेट स्थित मॉल का बताया जा रहा है। इसमें एक शख्स नमाज पढ़ते हुए देखा जा सकता है। बीजेपी आईटी सेल के जिला संयोजक दिग्विजय सिंह ने इसका वीडियो और फोटो मेरठ पुलिस और डीएम को टैग कर ट्वीट किया। जानकारी के मुताबिक इस पूरे मसले पर डीजीपी ने मेरठ पुलिस से जवाब मांगा है।
वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय लोग मॉल के बाहर जमा हो गए। सचिन नाम के शख्स ने कहा कि इस तरह की प्रदेश में यह तीसरी घटना है। पहले प्रयागराज में हुई, उसके बाद लखनऊ के लुलु मॉल में और तीसरी घटना मेरठ में देखने को मिली है। उन्होंने कहा कि मेरठ में ऐसा तो कभी हुआ नहीं है। मॉल के अंदर सभी धर्मों की दुकानें हैं। आपको अगर नमाज पढ़नी आप अपने घर के अंदर पढ़िए, धार्मिक स्थल हैं वहां पढ़िए। उन्होंने कहा कि इस समय कांवड़ यात्रा चल रही है। इस तरह की चीजें नहीं होनी चाहिए। इस मामले पर दूसरे अन्य व्यक्ति ने कहा कि नमाज तो मस्जिद में ही पढ़नी चाहिए।
बता दें, अभी हाल ही में राजधानी लखनऊ के लुलु मॉल में कुछ लोगों ने नमाज पढ़ी थी। इसको लेकर बवाल मचा था। हिंदू संगठनों ने मॉल के अंदर नमाज पढ़े जाने के विरोध में प्रदर्शन किया था। साथ ही लुलु मॉल के अंदर हनुमान चालीसा पढ़े जाने की मांग की जाने लगी। वहीं इस मामले में रविवार को भी गिरफ्तारियां हुईं। लखनऊ सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस ने रविवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
लुलु मॉल के बाद लखनऊ के चारबाग, प्रयागराज के रेलवे स्टेशन और गोरखपुर में आईएएस के सरकारी आवास के सामने नमाज पढ़े जाने को लेकर विवाद की स्थिति पैदा हो चुकी है। वहीं अब मेरठ के मॉल में नमाज पढ़े जाने का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसको लेकर मेरठ पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है।
उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह प्रयागराज स्टेशन पर नमाज पढ़े जाने को लेकर कहा था कि सार्वजनिक स्थानों पर इसकी इजाजत नहीं है। ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।