Nagaland farmers: नागालैंड के जनजातीय मामलों के मंत्री तेमजेन इम्ना अलॉन्ग के वीडियो सोशल मीडिया पर आपने देखे होंगे। उन्हें खुद की छोटी आंखों और खुद के सिंगल होने का मज़ाक उड़ाते हुए वायरल वीडियो में देखा जा सकता है। इम्ना अलॉन्ग ने अब ट्विटर पर एक और वीडियो शेयर किया है, जिसमें पहाड़ी क्षेत्र में खेतों में काम करते हुए नागालैंड के किसानों के संघर्ष को दिखाया गया है।

वीडियो शेयर कर उन्होंने कैप्शन में लिखा, “नीयत तेरी अच्छी है तो, किस्मत तेरी दासी हैं, कर्म तेरे अच्छे है तो घर में मथुरा काशी हैं। लिखी हुईं पंक्ति समझने के लिए पूरे वीडियो को देखना जरूरी हैं।”

नागालैंड के मंत्री द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो पर ट्विटर यूजर्स अपनी अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। वहीं इसे (खबर लिखे जाने तक) 39,000 से अधिक बार देखा जा चुका है और 35 हजार से अधिक लाइक्स मिल चुके हैं। इम्ना अलॉन्ग के फॉलोअर्स और अन्य ट्विटर यूजर्स ने इस वीडियो पर दिल खोलकर कमेंट किए हैं।

एक यूजर ने लिखा, “20 साल से भी अधिक समय पहले पहाड़ी ढलानों पर स्क्वैश फसलों को देखकर चकित हूं।” एक अन्य ने लिखा, “नागालैंड की आकर्षक सुंदरता को शेयर करने के लिए धन्यवाद, मैं अन्य पूर्वोत्तर राज्यों के बारे में भी ऐसा ही करना पसंद करूंगा।”

क्या है वीडियो में:

तेमजेन इम्ना अलॉन्ग द्वारा शेयर किया गया वीडियो एक मिनट 50 सेकेंड का है। इसमें पहाड़ी इलाकों में किसानों द्वारा होने वाली खेती को दर्शाया गया है। इसमें बताया गया है कि किसानों के खेती के दौरान किन तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वीडियो में बताने की कोशिश की गई है कि आखिर किसान कैसे पहाड़ी इलाकों को उपजाऊ भूमि में बदलते हैं।

वीडियो में बताने की कोशिश हुई है कि कैसे जंगलों को काटकर पहाड़ के ढलान पर खेत बनाए और बारिश के पानी को इस्तेमाल किया। पानी की अधिकता की वजह से इन इलाकों में धान की खेती अधिक होती है। बता दें कि नागालैंड की 80 फीसदी भूमि पर सिर्फ धान की खेती होती है। इसके अलावा यहां मक्का, बाजरा और दालों की पैदावार भी होती है।