Nagaland Assembly Election 2023: नागालैंड की सभी 60 सीट के लिए 27 फरवरी को वोटिंग होगी और परिणाम दो मार्च को आएंगे, लेकिन इसी बीच राजनीतिक पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोक दी है, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती राज्य में कांग्रेस पार्टी के लिए बनी हुई है, क्योंकि राज्य के कांग्रेस चीफ को तीन बार लगातार हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे सवाल उठ रहा है कि क्या वो इस बार कोई करिश्मा कर पाएंगे।

नागालैंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के. थेरी के सामने आने वाले चुनावों में कई चुनौतियां हैं। उनमें से एक लड़ाई व्यक्तिगत भी है। 69 वर्षीय दिग्गज राजनेता पिछले तीन विधानसभा चुनावों में जीत हासिल नहीं कर पाए हैं। बता दें, थेरी उन प्रमुख विधायकों में शामिल थे, जिन्होंने 2002 में मौजूदा नागा पीपुल्स काउंसिल से नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) का गठन किया था।

पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को नहीं मिली थी एक भी सीट

वहीं राज्य में कांग्रेस का लगातार गिरता जनाधार पार्टी के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। पिछले चुनाव में पार्टी ने 60 सीटों में से केवल 18 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे, लेकिन उसे एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई थी। इसके बाद थेरी ने कथित तौर पर नागालैंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में पद छोड़ने की पेशकश की थी। इस साल कांग्रेस के 23 उम्मीदवार मैदान में हैं। पार्टी ने शुरुआत में 25 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था। हालांकि, उनमें से दो ने अपना नामांकन वापस ले लिया। पार्टी एनपीएफ समेत समान विचारधारा वाले धर्मनिरपेक्ष दलों के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन बनाने की भी मांग कर रही है, लेकिन सफल नहीं हुई।

पिछले विधानसभा चुनाव में नागालैंड में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला था। पूर्व मुख्यमंत्री टी आर जेलियांग के नेतृत्व वाला एनपीएफ 26 सीटों पर जीत हासिल कर सबसे बड़े दल के रूप में उभरा। इस चुनाव में वरिष्ठ नेता नेफ्यू रियो के नेतृत्व वाले एनडीपीपी को 17 और बीजेपी को 12 सीटों पर जीत हासिल हुई थी, बाद में बीजेपी और एनडीपीपी ने जनता दल यूनाइटेड और कुछ अन्य दलों के सहयोग से राज्य में सरकार बनाई और नेफ्यू रियो चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने। वहीं कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था।

साल 2003 में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा सीटों पर जीत हासिल की थी

साल 2003 में भी कांग्रेस ने सबसे ज्यादा सीटें जीती थीं, लेकिन एनपीएफ, बीजेपी और जनता दल का गठबंधन सरकार बनाने में सफल रहा था।
बता दें, भाजपा नागालैंड चुनाव नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) के साथ मिलकर लड़ रही है। इसके तहत एनडीपीपी के खाते में 40 और बीजेपी के पास 20 सीटें गई हैं। पार्टी की नागालैंड इकाई के अध्यक्ष तेमजेन इम्ना अलॉन्ग को अलोंगटाकी सीट से टिकट दिया गया है। मौजूदा वक्त में राज्य में एनडीपीपी की सरकार है।