सीएम योगी का एक मुस्लिम फैन ऐसा भी है, जिसने अपने सीने पर सीएम योगी का टैटू गुदवाया है। 23 साल का यामीन सिद्दीकी नाम का यह युवक उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को अपना आदर्श मानता है। उसने योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन पर टैटू गुदवाया था।

यामीन सिद्दीकी बताते हैं कि आज से दो साल पहले हम एक वीडियो देख रहे थे। उसमें योगी आदित्यनाथ ने जो भी बातें कहीं वो सारी बातें मुझे पसंद हैं और पांच तारीख को योगी आदित्यनाथ का जन्मदिन था। उसी मौके पर मैं आगरा गया, जहां मैंने टैटू बनवाया। इसी के साथ उनके जन्मदिन पर मैंने उनको एक छोटा सा तोहफा देने की कोशिश की है।

एक सवाल के जवाब में सिद्दीकी बताते हैं कि ऐसा नहीं है कि मुस्लिम समाज में हर कोई मोदी और योगी का विरोध करता हो, लेकिन कुछ लोग हैं, जो विरोध करते हैं। इस तरह के लोग हर जाति में होते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने के सवाल पर सिद्दीकी कहते हैं कि अगर मौका मिला तो भविष्य में योगी आदित्यनाथ से मिलना चाहूंगा। साथ ही उनको टैटू भी दिखाएंगे।

कौन हैं यामीन सिद्दीकी-
एटा के नया गांव थाना क्षेत्र के सराय अगहत कस्बे में रहने वाले 23 साल के मुस्लिम युवक यामीन सिद्दीकी का अपने सीने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का टैटू लगवाने का फोटो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। पहले यामीन समाजवादी पार्टी का कार्यकर्ता रहा है और अब बदले माहौल में अपने आपको बचाये रखने और लाइम लाइट में आने के लिए ये टैटू लगाया है। यामीन क़स्बा सराय अगहत में भारत शू पैलेस के नाम से फुटवियर की दुकान चलाता है। जिसके फोटो अलीगंज के पूर्व समाजवादी पार्टी के विधयाक रामेश्वर सिंह यादव के साथ हैं, जो कि वर्तमान में गैंगस्टर एक्ट में एटा जेल मे बंद है। फोटो में यामीन का रामेश्वर सिंह को चांदी पहनाते और समाजवादी पार्टी की गतिविधियों में भाग लेते हुए दिख रहे हैं।

यामीन सिद्दीकी के सीने पर सीएम योगी का टैटू गुदवाने पर यूजर्स ने कई तरह के कमेंट किए हैं-
अनस (@ansasalimj) नाम के एक यूजर ने लिखा है- ‘इसका घर अब नहीं टूटेगा, घर टूटने से बचाने के लिए निंजा टेक्निक’। एक अन्य यूजर (@SaamidW) लिखते हैं- मुसलमान का मतलब क्या होता है ? हर किसी के नाम से मुसलमान समझ लेते हैं, इस्लाम में टैटू जायज नहीं है, और जिसने जिस्म गुदवा लिया उसका मुसलमान होने से कोई ताल्लुक ही नहीं।’ वहीं एक हेमंत गोयल (@HemantG36318542) नाम के यूजर लिखते हैं- इस्लाम में तो शराब भी नहीं पीते, मगर आज कोई मानता है इस बात को, कितने मुस्लिम लोग दिखा दूं जो दारू पीते हैं।