Abbas Ansari: बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के विधायक बेटे अब्बास अंसारी को लखनऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट (MP-MLA Court) ने भगोड़ा घोषित कर दिया है। अब्बास अंसारी लंबे समय से फरार है और पुलिस अब तक उसे पकड़ नहीं पाई है। उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था।
लखनऊ पुलिस ने एमपी/एमएलए कोर्ट में एक रिपोर्ट जमा की थी। इसी के आधार पर स्पेशल कोर्ट ने अब्बास अंसारी को भगोड़ा घोषित किया है। अब इस मामले में अगली सुनवाई 26 सितंबर 2022 को होगी। इससे पहले उसे भगोड़ा घोषित करने के लिए कोर्ट में अर्जी दी गई थी।
पुलिस ने लगाई थी आठ टीमें: अब्बास अंसारी की तालश में लखनऊ कमिश्नरेट ने 84 पुलिसकर्मियों सहित कुल आठ टीमें लगाई हैं। हर टीम में एक इंस्पेक्टर, दो दारोगा और सात सिपाही शामिल हैं। इसके अलावा टीम में लखनऊ एसीपी जया शांडिल्य, गाजीपुर एसीपी राजकुमार सिंह, एसीपी क्राइम पंकज श्रीवास्तव और एसीपी साइबर सेल दिलीप कुमार भी शामिल हैं। कोर्ट ने अब्बास की हाजिरी के लिए अगली तारीख 26 सितंबर निर्धारित की है। वहीं कोर्ट ने अब्बास अंसारी की संपत्ति कुर्क करने का आदेश भी जारी किया है।
इससे पहले लखनऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट ने पुलिस को अब्बास अंसारी को 10 अगस्त 2022 तक गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। उससे पहले भी कोर्ट ने पुलिस को 27 जुलाई तक का समय दिया था। इसके बाद भी अब्बास की गिरफ्तारी नहीं होने पर तीसरी बार इस समय को बढ़ाकर 25 अगस्त कर दिया गया था।
यूपी पुलिस कर रही है छापेमारी: मुख्तार अंसारी के बेटा अब्बास अंसारी शस्त्र लाइसेंस के दुरुपयोग से जुड़े एक मामले में वांछित है। अब्बास अंसारी की तलाश में लखनऊ पुलिस ने यूपी में अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी करने के साथ ही पंजाब और राजस्थान में भी उसे तलाशने की कोशिश की। एमपी/ एमएलए स्पेशल कोर्ट ने 14 जुलाई को अब्बास अंसारी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था।
यूपी पुलिस की 12 से ज्यादा टीमों ने यूपी समेत 8 राज्यों में 135 जगहों पर छापेमारी की। हाल ही में अब्बास अंसारी ने कोर्ट में सरेंडर करने का आवेदन किया था, लेकिन दो घंटे बाद ही इस एप्लीकेशन को वापस ले लिया था। अब्बास अंसारी के खिलाफ लखनऊ पुलिस ने 12 अक्टूबर 2019 को शस्त्र लाइसेंस को लेकर एक मामला दर्ज किया था। जिसकी जांच के बाद पुलिस ने धारा 467, 468, 471, 420 और आर्म्स एक्ट की धारा 30 के तहत कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया था।