Mukhtar Ansari: अवधेश राय हत्याकांड में माफिया मुख्तार अंसारी को बड़ा झटका लगा है। वाराणसी की MP/MLA कोर्ट ने सोमवार को मुख्तार अंसारी को अवधेश राय हत्याकांड में दोषी करार देने के बाद उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई है। इस हत्याकांड पर 31 साल 10 महीने बाद आया फैसला आया है। मुख्तार अंसारी को दोषी सुनाए जाने के बाद ही कोर्ट परिसर और शहर के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

अवधेश राय हत्याकांड में मुख्तार अंसारी के साथ पूर्व विधायक अब्दुल कलाम, भीम सिंह, कमलेश सिंह और राकेश श्रीवास्तव उर्फ राकेश न्यायिक को भी नामजद किया गया था। मुख्तार अंसारी ने इस केस से बचने के लिए कोर्ट से केस डायरी ही गायब करवा दी थी। अवधेश राय के भाई और पूर्व विधायक अजय राय ने इस मामले में वाराणसी के चेतगंज थाने में क्राइम संख्या 229/ 91 पर मुख्तार अंसारी के साथ पूर्व विधायक अब्दुल कलाम, भीम सिंह, कमलेश सिंह और राकेश श्रीवास्तव उर्फ राकेश न्यायिक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था।

17 मई को गाजीपुर के एमपी/एमएलए कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश के मोहम्मदाबाद इलाके में हत्या के प्रयास की साजिश रचने के एक मामले में बरी कर दिया। 2009 में मीर हसन ने अंसारी के खिलाफ 120बी के तहत हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कराया था। अंसारी के खिलाफ गाजीपुर के मोहम्मदाबाद पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया गया था।

जानिए कहां हुई थी अवधेश राय की हत्या

अवधेश राय की हत्या 3 अगस्त, 1991 में वाराणसी के चेतगंज थाना इलाके के लहुराबीर क्षेत्र में हुए थी। जो थाना परिसर के 50 नम उस दिन सुबह का वक्त था और हल्की बारिश हो रही थी। मारुती वैन से आए हमलावरों ने अवधेश राय पर ताबततोड़ गोलियां बरसाईं। घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर फरार हो गए। अवधेश राय को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया। इस हत्याकांड के बाद पूर्व विधायक अजय राय ने चेतगंज थाने में मुख्तार अंसारी, भीम सिंह, कमलेश सिंह, राकेश के साथ पूर्व एमएलए अब्दुल कलाम के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। हालांकि नामजद आरोपियों में कमलेश और अब्दुल की मौत हो चुकी है।

यूपी की बांदा जेल में बंद है मुख्तार

मुख्तार अंसारी इस वक्त उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद है। इसी हत्याकांड में नामजद आरोपी पूर्व विधायक अब्दुल कलाम और कमलेश सिंह की मौत हो चुकी है। जबकि पांचवें आरोपी राकेश ने मामले में अपनी फाइल अलग करवा ली है। जिसका प्रयागराज की सेशन कोर्ट में ट्रायल चल रहा है। पिछले नौ महीने में मुख्तार में चार अन्य मामलों में सजा सुनाई जा चुकी है।