भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के महिलाओं पर विवादित बयान का कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि कुछ मायने में विजयवर्गीय का यह बयान सही है। कैलाश विजयवर्गीय ने अपने बयान में कपड़ों को लेकर महिलाओं पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि उनमें देवी का रूप ही नहीं दिखता वे शूर्पणखा लगती हैं।
क्या बोले कांग्रेस विधायक ?
कैलाश विजयवर्गीय ने पिछले बुधवार को मध्य प्रदेश के इंदौर में एक धार्मिक समारोह में यह विवादास्पद टिप्पणी की थी। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक लक्ष्मण सिंह ने रविवार रात को एक ट्वीट में विजयवर्गीय के बयान का समर्थन किया। उन्होंने कहा, “कैलाश जी का शूर्पणखा वाला वक्तव्य सुना। कुछ मायने में सही है। इंदौर अहिल्या देवी की संस्कार वाली नगरी है। पहनावे पर ध्यान तो रखना चाहिए। परंतु कैलाश भाई आप इंदौर के बेताज बादशाह हो, फिर यह कैसे हो रहा है?” पांच बार लोकसभा सदस्य और तीन बार विधायक रहे लक्ष्मण सिंह कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के छोटे भाई हैं। लक्ष्मण सिंह 2003 में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे और 2009 में भाजपा छोड़ फिर वापस कांग्रेस में चले गए।
वहीं, कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई ने भोपाल और इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और कहा था कि महिलाओं की तुलना शूर्पणखा से करना अत्यंत अशोभनीय, अनुचित, शर्मनाक और दूषित मानसिकता का परिचायक है।
इस बयान पर मचा बवाल
कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार रात कहा था, “मैं रात में जब (बाहर) निकलता हूं और पढ़े-लिखे नौजवानों और बच्चों को (नशे में) झूमते हुए देखता हूं, तो सच में ऐसी इच्छा होती है कि (गाड़ी से) उतरकर इनको पांच-सात लगाकर नशा उतार दूं। मैं भगवान की कसम खाकर कहता हूं। मैं हनुमान जयंती पर झूठ नहीं बोल रहा हूं।” उन्होंने कहा था, “हम महिलाओं को देवी बोलते हैं, लेकिन लड़कियां भी इतने गंदे कपड़े पहनकर निकलती हैं कि उनमें देवी का स्वरूप ही नहीं दिखता, बिल्कुल शूर्पणखा लगती हैं… सच में। भगवान ने इतना अच्छा और सुंदर शरीर दिया है… तुम जरा अच्छे कपड़े पहनो यार।”
बता दें कि भारत के पौराणिक ग्रंथ ‘‘रामायण’’ में शूर्पणखा को लंका के राजा रावण की बहन बताया गया है और कथा के मुताबिक शूर्पणखा के अमर्यादित आचरण को लेकर भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण ने उसकी नाक काट दी थी।