महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों में चल रहे लाउडस्पीकर विवाद के बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता राज ठाकरे ने अपने चचेरे भाई और सीएम उद्धव ठाकरे को यह कहते हुए चेतावनी दी है कि “हमारे धैर्य की परीक्षा न लें।” उन्होंने मनसे कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी और हिरासत में लिए जाने की भी निंदा की।
उन्होंने लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा मुद्दे पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर चेताया है कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) कार्यकर्ताओं को पाकिस्तानी आतंकी की तरह न ट्रीट किया जाए।
उन्होंने मराठी भाषा में उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर उसे ट्विटर पर शेयर किया है। इसमें उन्होंने लिखा है कि “सत्ता का कोई भी ताम्रपत्र लेकर नहीं आया है। सत्ता आती-जाती रहती है, किसी के पास टिकती नहीं है। उद्धव ठाकरे आपके पास भी सत्ता हमेशा नहीं रहने वाली है।” कहा कि “चार तारीख को लाउडस्पीकर को उतारने को लेकर जो हमारी मुहिम थी, उसके खिलाफ महाराष्ट्र भर के तमाम सारे महाराष्ट्र सैनिकों के ऊपर आपकी पुलिस और सरकार की तरफ से कार्रवाई की जा रही है।”
बोले- “संदीप देशपांडे सहित तमाम कार्यकर्ताओं को पुलिस अब भी खोज रही है, यह ठीक नहीं है। तमाम मराठी भाई-बहन इस बात को देख रहे हैं। कोई भी सत्य का ताम्रपत्र लेकर नहीं आया है। आप भी लेकर नहीं आए हैं। हमारे सब्र का इम्तिहान मत लीजिए।”
इस बीच अगले महीने उनके प्रस्तावित अयोध्या दौरे को लेकर भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि राज ठाकरे उत्तर भारत के नायक नहीं, बल्कि देश के खलनायक हैं। सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि अब वे अगर माफी भी मांग लें तो भी उनकी पहले से प्रस्तावित तिथि को अयोध्या में उन्हें नहीं घुसने देंगे। कहा कि “अयोध्या सबकी है भारत सब का है और राम भी सबके है लेकिन राम के वंशज का अपमान करने वालों को अयोध्या में जगह नहीं है।”
सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि उन्होंने राज्य के अंदर और कई जगह का दौरा किया और लोगों को भरपूर समर्थन मिला है। यह मुद्दा दलीय राजनीति से ऊपर है, लिहाजा दूसरे दलों के लोगों का भी हमें समर्थन मिल रहा है।