चुनाव आयोग (Election Commission) ने उत्तर प्रदेश में खाली दो विधान परिषद सीटों (UP Legislative Assembly) पर उपचुनाव की घोषणा कर दी है। इन दोनों सीटों पर 29 मई को चुनाव होगा। 15 फरवरी को लक्ष्मण प्रसाद आचार्य (Laxman Prasad Acharya) के इस्तीफे और बनवारी लाल (Banwari Lal) की मृत्यु के बाद दोनों सीटें खाली हो गई थी।

लक्ष्मण प्रसाद आचार्य का कार्यकाल 30 जनवरी 2027 तक था। जबकि बनवारी लाल का कार्यकाल 6 जुलाई 2028 तक था। लक्ष्मण आचार्य एक वरिष्ठ भाजपा नेता थे और उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने इसलिए इस्तीफा दिया था क्योंकि उन्हें सिक्किम का राज्यपाल (Sikkim Governor) नियुक्त किया गया था। लक्ष्मण आचार्य ने 16 फरवरी को राज्यपाल पद की शपथ ली थी।

29 मई को होगी वोटिंग

चुनाव आयोग ने अपने बयान में कहा कि मतदान और वोटों की गिनती 29 मई को होगी। उपचुनावों की अधिसूचना 11 मई को जारी की जाएगी और चुनाव आयोग के कार्यक्रम के अनुसार नामांकन करने की अंतिम तिथि 18 मई होगी।

बीजेपी के सदन में 74 सदस्य

बता दें कि यूपी विधान परिषद में कुल 100 सीटें हैं, इसमें 98 सीटें भरी हैं जबकि दो खाली हैं। पिछले महीने ही छह नामों को राज्यपाल ने एमएलसी पद के लिए नामित किया था। उत्तर प्रदेश विधान परिषद में वर्तमान में बीजेपी के 74 सदस्य हैं। जबकि प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के नौ सदस्य हैं। वहीं बहुजन समाज पार्टी, अपना दल (S), निषाद पार्टी, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक और शिक्षक दल (गैर-राजनीतिक) के एक-एक सदस्य हैं। बता दें कि सदन में अब कांग्रेस को कोई सदस्य नहीं है।

जिन छह नामों को पिछले महीने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने एमएलसी पद के लिए नामित किया था, उनमे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ तारिक मंसूर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव रह चुके नृपेंद्र मिश्रा के बेटे साकेत मिश्रा का नाम शामिल है। वहीं भाजपा के बृज क्षेत्र के पूर्व अध्यक्ष रजनीकांत माहेश्वरी, वाराणसी बीजेपी जिला अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष डॉ लालजी निर्मल और आजमगढ़ की फूलपुर पवई विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके रामसूरत राजभर का नाम भी शामिल है।