राजस्थान में बलात्कार के बढ़ते मामले चिंताजनक हैं। रेप के मामलों में प्रदेश का नाम देश में पहले नंबर पर है लेकिन इसी बीच मंत्री धारीवाल ने एक विवादित बयान दे दिया। राजस्थान में संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल विधानसभा में दुष्कर्म के आंकड़े गिनाते वक्त कुछ ऐसा कह बैठे जिस पर सरकार की तीखी आलोचना हो रही है।

दरअसल, संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल विधानसभा में जेलों और पुलिस की अनुदान की मांगों पर चर्चा कर रहे थे। धारीवाल ने दुष्कर्म के आंकड़े गिनाते हुए कहा कि राजस्थान दुष्कर्म के मामलों में देश में पहले नंबर पर है। फिर मंत्री धारीवाल रुक गए और बोले रेप के मामले में हम नंबर एक पर हैं, इस बात में कोई दो राय नहीं है।

इसके बाद मंत्री धारीवाल बोले कि “मामलों में वृद्धि हुई है..ये रेप के मामले में क्यों हैं..कहीं न कहीं गलती तो है.. वैसे भी राजस्थान मर्दों का प्रदेश रहा है, अब इसका क्या करें।” जब मंत्री यह कह रहे थे तब किसी ने उन्हें बीच में टोंका भी नहीं। फिर पीछे बैठे साथी कांग्रेस विधायकों के तरफ देखकर फिर से बोले कि ‘अब राजस्थान तो मर्दों का प्रदेश है” जिस पर बाकी विधायक मंद-मंद मुस्कुराते दिखे।

मंत्री धारीवाल के बयान के बीच में सत्ता पक्ष के किसी विधायक ने भी असहमति नहीं जताई जबकि सरकार के मंत्रिमंडल में तीन महिला मंत्री हैं। हालांकि, बाद में मंत्री के इस बयान को विधानसभा के यूट्यूब चैनल और रिकॉर्ड से हटा दिया गया। मंत्री धारीवाल ने जब यह बयान दिया उस वक्त सदन में मंत्री भी मौजूद थे। जबकि विपक्ष विरोध करते हुए सदन से बाहर चला गया।

इस पूरे मसले पर राजस्थान भाजपा की तरफ से सतीश पूनिया ने कहा सदन के अंदर राज्य में दुष्कर्म में नंबर एक होने की ऐसी निर्लज्जतापूर्ण स्वीकारोक्ति और महिलाओं के प्रति ऐसा स्तरहीन बयान प्रदेश की महिलाओं का अपमान है। साथ ही यह बयान पुरुष समाज की गरिमा को गिराने का भी काम कर रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि अब प्रियंका गांधी इस मामले पर क्या करेंगी और क्या कहेंगी?